नई दिल्ली : दिल्ली की सबसे बड़ी सिविक एजेंसी नॉर्थ एमसीडी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. एक बार फिर निगम के अंदर आर्थिक तंगी के चलते वेतन की समस्या खड़ी हो गई है. अगस्त माह के बाद निगम के अंदर कार्यरत किसी भी कैटेगरी के कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है, जबकि डीबीसी, एएनएम के साथ कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे शिक्षकों का वेतन पिछले 2 महीने से बकाया है.
अक्टूबर के इस महीने में कर्मचारियों की वेतन न मिलने की वजह से परेशानी कई गुना तक बढ़ गई है. पूरे देश समेत राजधानी दिल्ली में त्योहारी सीजन की शुरुआत हो चुकी है. नवरात्रि का त्योहार चल रहा है, लेकिन कर्मचारियों को अभी तक वेतन नहीं मिला है. इसकी वजह से कर्मचारी काफी ज्यादा परेशान है. साल 2017 से निगम में कार्यरत कर्मचारियों को एरियर नहीं मिला है.
वहीं, पिछले साल घोषित किए जाने के बावजूद निगम कर्मचारियों को बोनस नहीं मिला था. इस वर्ष भी बोनस मिलने की कोई उम्मीद नहीं है. वेतन तो पहले से ही 2 महीने की देरी से कर्मचारियों को मिल रहा है. सभी कर्मचारियों की परेशानियां कई गुना तक बढ़ गई है. दूसरी तरफ निगम के सफाई कर्मचारियों ने अपनी पांच मांगों को लेकर निगम में शासित बीजेपी की सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है.
यदि कर्मचारियों की सभी मांगें पूरी नहीं हुईं या उन्हें पूरा करने का एक तरफ निगम के द्वारा कोई कदम नहीं उठाया तो 19 अक्टूबर से निगम में कार्यरत सभी सफाई कर्मचारी पूर्ण अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. सफाई कर्मचारियों की पांच मांगों में वेतन, इलाज के लिए मेडिकल कैशलेस कार्ड कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाना जैसी मांगें प्रमुख हैं. निगम भी अपनी तरफ से कर्मचारियों को पक्का करने की कोशिश कर रही है. कर्मचारियों की मांग है कि 2003 तक के सभी कर्मचारियों को 18 अक्टूबर से पहले हर हालत में नोटिफिकेशन लाकर पक्का किया जाए अन्यथा सफाई कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल 19 अक्टूबर से शुरू होकर रहेगी.
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नॉर्थ एमसीडी के मेयर राजा इकबाल सिंह से जब वेतन के मामले को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कैमरे पर बोलने से साफ मना कर दिया और बताया कि निगम के वित्तीय हालत अभी ठीक नहीं है. ऐसे में कर्मचारियों का वेतन जारी करने में अभी कुछ नही कहा जा सकता है. ऐसे में निगम कर्मचारियों की परेशानी और बढ़ गई है और कर्मचारियों विजयदशमी त्यौहार अपने परिवार के साथ बिना वेतन के मनाना पड़ सकता है.