नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी है. जिसमें एक युवक की आपराधिक मानहानि शिकायत पर समन किए जाने के ट्रायल कोर्ट के फैसले के खिलाफ सीएम केजरीवाल की पुनर्विचार डाली थी. अब अरविंद केजरीवाल को ट्रायल कोर्ट के समक्ष पेश होना होगा.
'गलत आरोप वाले ट्वीट को केजरीवाल ने भी रि-ट्वीट'
पिछले 17 जुलाई को कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को समन जारी किया था. शिकायत विकास सांकृत्यायन ने दर्ज करायी. शिकायत में विकास ने कहा कि उनके खिलाफ गलत आरोप वाले ट्वीट को केजरीवाल ने भी रिट्वीट किया था. विकास ने कहा है कि वो आई सपोर्ट नरेन्द्र मोदी नाम का सोशल मीडिया पेज को चलाते हैं और उसके संस्थापक हैं. इस पेज में तथ्यपरक जानकारी दी जाती है. जिसकी वजह से ये पेज सोशल मीडिया पर करोड़ों लोगों की पसंद है.
याचिका में यूटूबर ध्रुव राठी का नाम
याचिका में कहा गया है कि ध्रुव राठी नाम के एक व्यक्ति जो अपने आप को इंजीनियर कहता है और जर्मनी में रहता है. वो देश-विदेश में यूट्यूब चैनल चलाता है. जिसके 16 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं. याचिका में कहा गया है कि 6 मई 2018 को ध्रुव राठी के यू-ट्यूब चैनल पर पर बीजेपी आईटी सेल पार्ट-2 नामक एक वीडियो जारी किया गया. जिसमें कई झूठी और अपमानजनक बातें कही गई थीं.
'बीजेपी आईटी सेल का सेकेंड-इन-कमांड'
उसमें कहा गया था कि विकास सांकृत्यायन बीजेपी आईटी सेल का सेकंड-इन-कमांड है. उसमें विकास पर आरोप लगाया गया है कि आई सपोर्ट नरेन्द्र मोदी के पेज के जरिये फेक यानि झूठी खबरें प्रसारित की जाती हैं. वीडियो में कहा गया है कि विकास पांडे ने किसी अभिषेक मिश्रा के जरिये महावीर प्रसाद को 50 लाख रुपये रिश्वत की पेशकश की थी. विकास ने अपनी याचिका में कहा है कि वीडियो में लगाए गए आरोप झूठे हैं और उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की गई है. इन आरोपों से समाज में उनकी छवि खराब हुई है. इस वीडियो को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बिना उसकी तहकीकात किए उसे रिट्वीट कर दिया. केजरीवाल के देश और विदेश में बड़ी संख्या में फॉलोवर्स हैं.