नई दिल्ली : दिल्ली की पॉश उपनगरी द्वारका में लगातार स्थानीय प्रशासन और विभागीय उदासीनता के कई उदाहरण सामने आ रहे हैं, जो लोगों के लिए लगातार समस्या बनी हुई है. कई बार ये परेशानी जानलेवा भी साबित हो रही हैं. ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है द्वारका के सड़क नम्बर 201 पर जहां सड़क के किनारे नाले के ऊपर जानलेवा गड्ढा बन आया है, लेकिन किसी ने अब तक इसकी सुध नहीं ली है.
द्वारका सेक्टर-2 के रोड नम्बर 201 स्थित रेड लाईट के पास एक खतनाक गड्ढा बना हुआ है, जो कभी भी राहगीरों के साथ हादसा हो सकता है. गड्ढा इतना बड़ा है कि बाइक सहित कोई भी इसके अंदर समा सकता है. बावजूद उसके अब तक इस पर किसी का ध्यान नहीं गया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि सालों से नाले की सफाई नहीं की गई है और न ही इसे ढंकने के प्रयास किये जा रहे हैं. उनका कहना है कि ऐसा ही एक गड्ढा द्वारका बस स्टैंड की पास भी बना हुआ था, जिसमें कुछ समय पहले गिरने से एक बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गयी थी.
सर्विस रोड पर भरा पानी
वहीं, द्वारका सेक्टर-14 में बिन बरसात सर्विस रोड पर भरा पानी स्थानीय लोगों और राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. सीवर लाइन के डैमेज होने की वजह से सीवर का गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है. इस वजह से स्थानीय लोगों और राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लोगों ने बताया कि काफी समय से यहां पर ये समस्या बनी हुई है, और कई बार इसकी शिकायतों भी की गई, लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नही हुई है.
मधु विहार में गलत तरीके से डाले गए सीवर
द्वारका के मधु विहार में गलत तरीके से डाले गए सीवर को लेकर लोगों ने नाराजगी जाहिर की है.लोगों ने बताया कि लगभग एक साल पहले यहां नालों और सीवर डालने का काम किया गया था. लेकिन इस दौरान लापरवाही बरतते हुए सीवर लाईन को मात्र 9 इंच से एक फुट की गहराई पर डाल दिया गया. कई जगह ये सीवर लाइन नालों के रास्तों के बीच से हो कर गुजरे हैं, जिस वजह से नाले भी ब्लॉक हो गए हैं. सीवर को कम गहराई पर डालने के कारण नालों का गंदा पानी तो मार ही रहा है. साथ ही कई जगह से ये टूट भी गया है. क्योंकि कई जगह तो इसके ऊपर प्लास्टर किया गया और न ही इसे ढंका गया. इस वजह से जगह-जगह गंदा पानी जमा हो रहा है.
दिल्ली देहात के ईसापुर वार्ड की सफाई-व्यवस्था का निरिक्षण पहुंचे डिप्टी कमिश्नर
एमसीडी के नजफगढ़ जोन के डीसी प्रदीप कुमार साफ-सफाई का जायजा लेने इस्सापुर वार्ड पहुंचे. निरीक्षण के दौरान धनसा, इस्सापुर, समसपुर और मलिकपुर गांव के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों से बात की. उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि मानसून के आगमन के पूर्व नालों तथा छोटी नालियों की डिसिल्टिंग का कार्य पूरा हो. यह सुनिश्चित किया जाए ताकि बरसात होने पर जलभराव की स्थिति पैदा न सके.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप