नई दिल्ली : दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद एक कैदी की संदेहास्पद स्थिति में मौत का चौकाने वाला मामला सामने आया है. इस मामले में जहां एक कैदी अंकित गुर्जर की मौत हो गई है, वहीं दो कैदी गुरजीत और गुरप्रीत को घायल अवस्था में इलाज के लिए डीडीयू अस्पताल ले जाया गया है. जहां उसका इलाज चल रहा है.
अंकित के परिजनों का आरोप है कि अंकित से जेल प्रशासन के नरेंद्र मीणा की ओर से 1 लाख रुपये की मांग की गई थी, जिसमें से 50 हजार रुपये मृतक के भाई ने अपने हाथों से नरेंद्र मीणा को दिया था. बाकी 50 हजार रुपये के लिए अंकित के मना करने पर बुरी तरह से उसकी पिटाई कर दी गई. इससे उसके हाथ और पैर फ्रैक्चर हो गए, जिससे उसकी मौत हो गई. इस दौरान उसके 2 साथी भी घायल हो गए.
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जेल से बाहर निकले एक कैदी ने मंगलवार रात को इस पूरे मामले की जानकारी अंकित के परिवार वालों को दी. कैदी ने बताया कि अंकित की बहुत पिटाई की गई है. इसके बाद बुधवार सुबह परिवार वालों को अंकित की मौत की सूचना मिली. इस मामले में घायल और मृतक दोनों के परिजन जेल प्रशासन पर आरोप लगा रहे हैं कि उनके द्वारा पिटाई की गई, जिस वजह से अंकित की मौत हो गई. घायल के परिजनों के अनुसार, दोनों घायल कैदी पर दवाब बनाया जा रहा है कि वो इस हत्या का इल्जाम अपने सर ले लें नहीं तो उसका भी अंजाम अंकित जैसा ही होगा.
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वहीं, अंकित के परिजन इस मामले में न्याय के साथ पोस्टमार्टम भी दूसरी जगह करवाने की मांग कर रहे हैं. उन्हें डर है कि आरोपी अपने प्रभाव से सच्चाई को दबा सकते हैं. घायलों के परिजन भी जेल प्रशासन द्वारा आपसी मार-पीट और हत्या का आरोप मढ़े जाने से भयभीत नजर आ रहे हैं.