नई दिल्ली: कोरोना के कम होते मामलों के बीच इस बार दिल्ली में रामलीला का आयोजन (Ramleela organized) होगा या नहीं इसको लेकर दिल्ली की लगभग 60 रामलीला कमेटियों ने बैठक की. इस बैठक में फैसला लिया गया कि इस बार दिल्ली में रामलीला का आयोजन किया जाएगा. रामलीला कमेटी की ओर से यह फैसला लिया गया.
बैठक में डीडीए, नगर निगम और दूसरे ग्राउंड की बुकिंग रामलीला आयोजन के लिए खोल दी गई है, हालांकि अभी तक रामलीला के आयोजन को लेकर दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी DDMA की ओर से गाइडलाइन जारी नहीं की गई है. रामलीला कमेटियों को डीडीएमए की गाइडलाइंस का इंतजार है, लेकिन उससे पहले सभी नियमों को ध्यान में रखते हुए रामलीला कमेटी आयोजन को लेकर तैयारियां कर रही है.
इसी बीच दिल्ली सहित देशभर की रामलीलाओं के प्रमुख संगठन रामलीला महासंघ ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल को भी एक खुला पत्र लिखा है, जिसमें 6 अक्टूबर से दिल्ली में रामलीला के मंचन को लेकर तुरंत गाइडलाइन जारी किए जाने की मांग की गई है. इस रामलीला महासंघ के कार्यकारी प्रेसिडेंट दिल्ली की लव कुश रामलीला के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने बताया कि रामलीला कमेटियों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं, लेकिन अभी तक दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की ओर से गाइडलाइन जारी नहीं की गई है. पिछले साल डीडीए ने रामलीला के मंचन की अनुमति देने में देरी कर दी थी, जिससे कि ज्यादातर कमेटियां मंचन नहीं कर पाई थी.
रामलीला कमेटियों का कहना है कि जब सरकार ने कोरोना के मामले कम होने के बाद सभी मेन मार्केट, सिनेमाघर, क्लब, चिड़ियाघर, रेस्टोरेंट, जिम, स्कूल,बैंक्विट हॉल, वीकली मार्केट को सुरक्षा नियमों के साथ खोलने की अनुमति दे दी है. तो धर्म के प्रेमियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए रामलीला के मंचन से जुड़ी गाइडलाइन भी तुरंत जारी की जानी चाहिए.