नई दिल्ली: गुरुवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में करीब साढ़े 7 घण्टे तक चली किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच की वार्ता बेनतीजा रही. यह किसानों के साथ सरकार की बातचीत का चौथा चरण था, लेकिन कोई ठोस निर्णय नहीं हो सका. इस पूरे मुद्दे पर आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया है.
बातचीत खत्म होने के बाद विज्ञान भवन के पास ईटीवी भारत से बातचीत में आम आदमी पार्टी प्रवक्ता राघव चड्ढा ने कहा कि केंद्र सरकार की नीयत में खोट है. राघव चड्ढा ने कहा कि अगर केंद्र सरकार के कई मंत्री और कई ब्यूरोक्रेट्स 8 घण्टे की बातचीत में भी किसानों की समस्या और मांगों को नहीं समझ सके, इसका मतलब है कि केंद्र सरकार की नीयत में ही खोट है.
'वापस लिए जाएं कानून'
राघव चड्ढा ने कहा कि आश्वासन तो प्रधानमंत्री ने संसद में भी दिया था, लेकिन फिर भी किसान सड़क पर हैं और ये अब भी आश्वासन ही दे रहे हैं. राघव ने कहा कि प्रधानमंत्री चाहे तो 5 मिनट में इस मसले का समाधान निकाल सकते हैं. उन्होंने केंद्र सरकार से अपील भी की कि किसानों की मांग के अनुसार, तीनों कानून वापस लिए जाएं.