नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली में जिरियाट्रिक डिपार्टमेंट की शुरुआत करने वाले प्रोफेसर डॉ. विनोद कुमार को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया है. डॉ. विनोद कुमार 1997 में AIIMS के जिरियाट्रिक डिपार्टमेंट के प्रोफेसर के पद से सेवानिवृत्त हुए. उसके बाद उन्होंने 1999 से लेकर 2020 तक दिल्ली के सेंट स्टीफन हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं दीं. सेंट स्टीफन हॉस्पिटल में भी प्रोफेसर विनोद कुमार ने एक से ज्यादा मेडिकल ग्रेजुएट प्रशिक्षित किए.
प्रोफेसर विनोद कुमार अब भी ओल्ड एज केयर में लगातार सक्रिय हैं. इसी क्षेत्र में उन्होंने 100 से अधिक मेडिकल रिसर्च पेपर पब्लिश किए. इन रिसर्च पेपर्स में बढ़ती उम्र को लेकर 474 पेज की स्टडी भी शामिल है. इसमें 48 पेज का 'एल्डर केयर मैनुअल' भी शामिल है. भारत सरकार की तरफ से प्रोफेसर विनोद कुमार को 2011 में एजिंग में उत्कृष्ट काम करने के लिए 'वयोश्रेष्ठ सम्मान लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड' से सम्मानित किया जा चुका है. प्रो. विनोद कुमार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन में एजिंग एंड हेल्थ पैनल मेंबर के रूप में 10 वर्षों तक 1996 से 2007 तक अपनी सेवाएं दीं.
प्रोफेसर विनोद कुमार बुजुर्गों की देखभाल के क्षेत्र में भारत के अलावा मंगोलिया और इरान में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. इसके अलावा वो आईसीएमआर, विश्व स्वास्थ्य संगठन, संयुक्त राष्ट्र संघ और एनएचआरसी में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. अभी हाल ही में 2020 में भारत सरकार द्वारा उन्हें बुजुर्गों की देखभाल से संबंधित योजनाओं के लिए काम करने के लिए उनका चयन किया था.
'बुजुर्गों को खास देखभाल की जरूरत'
प्रो. विनोद कुमार ने अपने फील्ड में महारत हासिल की और खासकर भारत में बढ़ती उम्र और जीवन प्रत्याशा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक पहचान दी. वे मानते हैं कि बुजुर्गों की विशेष केयर की आवश्यकता है. इस उम्र में आकर हर व्यक्ति अपने जीवन का एक चक्र पूरा कर लेता है और वापस बचपन में लौट आता है.