नई दिल्ली: दीवाली पर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 50 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी सड़कों पर तैनात रहेंगे. इस बार सुप्रीम कोर्ट ने पटाखे जलाने पर पाबंदी लगा रखी है. इसलिए पटाखे जलाने वाले लोगों पर पुलिस एक्शन लेगी. वहीं आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए दमकल के 2800 कर्मचारी लगभग 100 केंद्रों पर तैनात किए गए हैं. पुलिस एवं दमकल अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वह सुरक्षित दीवाली के लिए पटाखे न जलाएं.
जानकारी के अनुसार प्रदूषण के चलते सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में पटाखे जलाने पर पाबंदी लगा रखी है. इसके चलते पुलिस पटाखे जलाने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी. इसके लिए विशेष टीम भी गठित की गई है. यह टीम अपने-अपने क्षेत्र में पटाखे जलाने वालों की धरपकड़ करेगी. इसे लेकर एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है. इसलिए पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए पटाखें न जलाएं. पटाखे बेचने वालों के खिलाफ भी पुलिस लगातार एक्शन ले रही है.
ये भी सुनें: अवैध पटाखा फैक्ट़्री का भंडाफोड़, भारी मात्रा में खतरनाक केमिकल बरामद
दमकल निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि दीवाली आगजनी की घटनाओं को लेकर सबसे मुश्किल दिन होता है. इस दिन आग लगने की सबसे ज्यादा कॉल दमकल केंद्र में आती हैं. सुप्रीम कोर्ट की तरफ से पटाखे जलाने पर इस बार भी पाबंदी है, लेकिन बीते वर्ष पाबंदी के बावजूद बड़ी संख्या में पटाखे जलाए गए थे. पटाखों पर बैन के बावजूद आग लगने की कॉल में कोई खास कमी नहीं आई थी. आग लगने की 237 कॉल दमकल को वर्ष 2020 की दीवाली में मिली थी. इसलिए दमकल कर्मचारी प्रत्येक वर्ष की तरह ही इस बार भी तैनात किए जा रहे हैं. इस बार भी लगभग 2800 कर्मचारी तैनात रहेंगे. 30 अस्थायी दमकल केंद्र उन जगहों पर बनाए गए हैं जहां आग लगने की घटनाएं ज्यादा होती हैं. 200 गाड़ियां ड्यूटी पर रहेंगी. 4 नवंबर को सभी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द की गई है. शाम 5 से रात 12 बजे तक 100 जगह पर फायर स्टेशन रहेंगे.
दमकल निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लोगों को इस बार दो महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना होगा. इस बार पटाखों पर बैन है, इसलिए इसकी वजह से आग लगने की आशंका कम है, लेकिन आग लगने की दो प्रमुख वजह लाइट एवं दीये/मोमबत्ती होते हैं. दीवाली पर लोग अपने घरों में लाइट जलाकर प्रकाश करते हैं, लेकिन कई बार प्लग इस्तेमाल करने की जगह सीधे तार को प्लग में डाला जाता है. इसकी चिंगारी से आग लगने का खतरा रहता है. इसलिए लाइट जलाते समान मल्टी प्लगिंग नहीं करें. इसके अलावा आग लगने का दूसरा बड़ा कारण दीये या मोमबत्ती होती हैं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह दिया या लाइट को अन अटेंडेंट न छोड़ें.
इन जगहों पर बनाएंगे टेंपरेरी दमकल केंद्र बाड़ा टूटी चौक, तिलक नगर, लाजपत नगर, सेंट्रल मार्केट, लाल कुआं चौक, लाहोरी गेट, नांगलोई, साउथ एक्सटेंशन, सोनिया विहार, महरौली, घिटोरनी मेट्रो स्टेशन, अलीपुर पुलिस स्टेशन, रानी बाग मार्केट, डीटीसी डिपो कतरन मार्केट, गांधी नगर मार्केट, महिपालपुर चौक, संगम विहार, मुंडका मेट्रो स्टेशन, टिवोली गार्डन, आजाद मार्केट चौक, जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल, न्यू अशोक नगर और यमुना विहार.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप