नई दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान शराब की बूंद-बूंद को लेकर तरस रहे लोगों को मेवात के रहने वाले 2 ठगों ने खूब बेवकूफ बनाया. नॉर्थ दिल्ली के साइबर सेल की पुलिस टीम ने इनके इंटरस्टेट मेवाती गैंग का पर्दाफाश किया है. सब इंस्पेक्टर रोहित की पुलिस टीम ने कई शहरों तक पीछा करके इनको गिरफ्तार किया.
डीसीपी एन्टो अल्फोंस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए ठगों की पहचान तारीफ खान और तौफीक के रूप में हुई है. दोनों राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले हैं. इनके पास से 4 मोबाइल, 28 सिम कार्ड, 16 हजार रुपये कैश और नई ब्रिजा गाड़ी बरामद हुई है. पुलिस के अनुसार यह कार हाल ही में चीटिंग की रकम से खरीदी गई थी. साथ ही इस गैंग ने लाखों रुपये की कीमत के जेसीबी मशीन खरीदकर तेलांगना में बिजनेस शुरू किया है.
पढ़ें: तस्करी कर बांग्लादेश ले जा रहे मवेशियों को BSF ने छुड़ाया
पुलिस के अनुसार ये वेबसाइट पर फर्जी मोबाइल नंबर के जरिए लोगों को बेवकूफ बनाते थे. उन्हें खाना और शराब की होम डिलीवरी देने का झांसा देते थे. फ़ूड डिलीवरी के लिए दिल्ली के प्रसिद्ध स्वीट शॉप के नाम का इस्तेमाल करते थे. दिल्ली में जब लोग इस नंबर पर फूड डिलीवरी के लिए ऑर्डर करते तो यह गैंग उन्हें एडवांस पेमेंट के लिए तैयार करके बारकोड भेजता था. उस बार कोड को स्कैन करते ही पीड़ित के बैंक अकाउंट से अमाउंट डेबिट हो जाता था.
पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि पकड़े गए आरोपियों का रजिस्टर्ड मोबाइल पुणे और बेंगलुरु में भी शराब की होम डिलीवरी के लिए वेबसाइट पर रजिस्टर था. अभी तक की पूछताछ में पता चला कि इन्होंने 100 से ज्यादा लोगों को लॉकडाउन के दौरान शराब के लिए चीट किया है. इन्होंने हाल में एक वारदात तब की, जब एक पीड़ित ने अपने रिटायरमेंट प्रोग्राम के लिए फूड का आर्डर दिया था. उससे इन लोगों ने 82 हजार 500 रुपये की चीटिंग कर ली थी.
पढ़ें: ढांसा बस स्टैंड के पास से दो ऑटो लिफ्टर गिरफ्तार, चोरी की बाइक बरामद
डीसीपी एन्टो अलफोंस ने बताया कि चीटिंग की वारदात को सॉल्व करने के लिए ऑपरेशन सेल के एसीपी जयपाल सिंह की देखरेख में साइबर सेल के इंचार्ज रोहित सारस्वत, रोहित भारद्वाज, एएसआई राजीव, लेडी हेड कॉन्स्टेबल सुनीता, कॉन्स्टेबल प्रकाश और नवीन की टीम को लगाया गया था. इस टीम ने इस मेवाती साइबर फ्रॉड के बारे में जानकारी इकट्ठा करना शुरू किया. आखिरकार तारीफ खान और तौफीक के बारे में नई जानकारी मिल गई, जो इस तरह की वारदात करते थे.