नई दिल्ली: 25 फरवरी को एम्स कम्युनिटी सेंटर में सुबह आठ बजे से लेकर शाम चार बजे तक रक्तदान शिविर लगाया जाएगा. इस रक्तदान शिविर में कोई भी व्यक्ति आ सकता है. एम्स नर्सिंग अधिकारी और शिविर समन्वयक कनिष्क यादव का कहना है कि कोरोना की लहर के आने पर रक्तदान में कमी आ जाती है. अस्पताल को रूटीन सर्जरी के लिए रक्त की आवश्यकता पड़ती है. ऐसे में ब्लड बैंक में पर्याप्त रक्त का होना जरूरी है.
फरवरी को एम्स में मेगा ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया जा रहा है. इसी को लेकर आज जेएलएन ऑडिटोरियम के बाहर नुक्कड़ नाटक के जरिए लोगों को जागरुक किया गया कि किस तरह से एक व्यक्ति के खून देने से तीन जिंदगियां बचाई जा सकती हैं. आपको बता दें कि एम्स अस्पताल में समय-समय पर रक्तदान को लेकर जागरूकता कार्यक्रम किए जाते रहे हैं और एम्स में पिछले साल भी कई सौ यूनिट ब्लड को डोनेट किया गया था.
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नुक्कड़ नाटक के जरिए लोगों को रक्तदान को लेकर एक संदेश दिया गया. किस तरीके से आज के समय में ब्लड की हर एक व्यक्ति को जरूरत होती है और समय पर जब व्यक्ति को ब्लड मिल जाता है तो उसकी जान बचाई जा सकती है. खासकर अभी भी कई लोग ऐसे हैं जो इस को लेकर जागरूक नहीं है.
नुक्कड़ नाटक को देख रहे एम्स के एक स्टाफ ने बताया कि नुक्कड़ नाटक के जरिए लोग जागरूक तो होते हैं. लेकिन उन बातों पर कितना अमल करते हैं यह तो 25 फरवरी को ही पता चलेगा. एम्स के अलावा अलग-अलग अस्पतालों में भी नुक्कड़ नाटक करना चाहिए. उन्होंने बताया कि आज यहां पर काफी संख्या में लोगों ने नुक्कड़ नाटक देखा लोग जागरूक भी हो रहे हैं.
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