नई दिल्ली: देश भर में महंगाई चरम पर है. एक तरफ लगातार बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों ने ट्रांसपोर्टेशन को महंगा कर दिया है, तो वहीं दूसरी ओर इसका असर आम जनता की जेब पर भी देखने को मिल रहा है. रोजमर्रा में काम आने वाली चीजों के दाम आसमान छूने लगे हैं. खासतौर पर महंगे हुए ट्रांसपोर्टेशन से फल और सब्जियों के दाम में उछाल आया है. गर्मी के इस मौसम में नीबूं की खपत सबसे ज्यादा होती है, ऐसे में नीबूं की बढ़ी कीमतों से लोग इसकी खटाई से परहेज करते नजर आ रहे हैं.
दिल्ली स्थित डाबड़ी मंडी में तरह-तरह की सब्जियों के ढेरों के बीच नींबू कुछ एक दुकानों पर पॉलीथिन के थैले में नजर आ रहा है. आमतौर पर गर्मियों के दरमियान नींबू ग्राहकों की पहली पंसद होती है, लेकिन इस बार स्थिति बिल्कुल ही विपरीत है. ग्राहक इस बार नींबू से नजर बचाते दिखाई पड़ रहे हैं. दरअसल नींबू 240 रुपेय किलो की कीमत से थोक में बिक रहा है, वहीं खुदरा में इसकी कीमत 10 रुपये प्रति पीस है, जिससे परेशान ग्राहक इसे खरीदने से पहले सोच में पड़ गए हैं. वहीं दुकानदार भी इसकी बढ़ी कीमतों की वजह से सीमित मात्रा में ही नींबू को बेचने के लिए मजबूर हैं.
मंडी के दुकानदार बताते हैं कि जहां एक तरफ डीजल-पेट्रोल की कीमतों में हो रही लगातार बढ़त से बाजार में बिक रहे नींबू की कीमतों पर असर पड़ा है, तो वहीं इस बार नींबू की पैदावार भी कम हुई है, जिसके चलते कम उपज, ज्यादा मांग और बढ़ती डीजल की कीमत के कारणों से नींबू की कीमत काफी बढ़ चुकी है.
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