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#NirbhayaCase : मुनिरका गांव के लोगों ने बस स्टैंड पर निर्भया को दी श्रद्धांजलि

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Published : Dec 16, 2021, 1:11 PM IST

निर्भया कांड (Nirbhaya Case) के नौ साल पूरे हो गए हैं. इस हत्याकांड के चारों दोषियों को भले ही फांसी दी जा चुकी है, फिर राजधानी में महिलाओं के खिलाफ (Crime Against Women in Delhi) अपराधों में कमी नहीं आ रही है. दिल्ली के मुनीरका में 16 दिसंबर 2012 की रात घटी उस घटना ने पूरे देश को हिला के रख दिया था.

delhi nirbhaya case
निर्भया कांड पर महिलाएं

नई दिल्ली : निर्भया कांड (Nirbhaya Case) को आज नौ साल पूरे हो गए हैं. 16 दिसंबर 2012 की रात को घटी इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था. दिल्ली के दक्षिण-पश्चिमी इलाके में स्थित मुनिरका बस स्टॉप से ये कहानी शुरू हुई थी. आज इस घटना को नौ साल पूरे हो चुके हैं. आरोपियों को फांसी पर भी लटकाया जा चुका है. इन नौ सालों में उस मुनिरका बस स्टॉप ( Munirka Bus Stand) की तस्वीर भी पूरी तरह बदल चुकी है. निर्भया कांड को लेकर आज मुनिरका बस स्टॉप पर निर्भया केस की पुण्यतिथि मनाई गई. यहां कैंडल मार्च भी निकाला गया.

निर्भया की नौवीं पुण्यतिथि पर मुनिरका गांव के लोगों ने निर्भया को श्रद्धांजलि (Pay Tribute to Nirbhaya) दी. लोगों ने बताया कि आज भी दिल्ली की हालात जस के तस बने हुए हैं. लड़कियां घर से बाहर जाने में डरती हैं. बसों में जाने वाली स्कूल की छात्राओं ने बताया कि हमें भी यहां पर डर लगता है. घर से बाहर जाने में डर लगता है.

निर्भया कांड पर महिलाएं
दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ (Crime Against Women in Delhi) लगातार क्राइम का स्तर बढ़ रहा है. एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2020 के मुकाबले वर्ष 2021 में महिलाओं के प्रति अपराध में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. निर्भया कांड के बाद कानून में हुए बदलाव एवं दोषियों को हुई फांसी की सजा से महिला अपराध में कमी आने की उम्मीद जताई गई थी. लेकिन आंकड़े बताते हैं कि इसका कोई बड़ा असर नहीं पड़ा है. महिलाएं अब भी आए दिन अपराध (Crime In Delhi) का शिकार हो रही हैं. महिलाएं न घर के बाहर बल्कि घर के भीतर भी असुरक्षित हैं. इसे लेकर पुलिस द्वारा कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन महिलाएं आज भी दिल्ली में खुद को पूरी तरह से सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं.
अपराधवर्ष 2020वर्ष 2021वृद्वि (फीसदी)
दुष्कर्म1429172520
छेड़छाड़1791215720
फब्ती कसना350 33737
अपहरण222637340
घरेलू हिंसा1931374295
दहेज हत्या9411420

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