नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में एमसीडी की तरफ से लगातार पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान को लेकर कार्यक्रम कर रहे हैं, लेकिन उससे उलट अगर जमीनी हकीकत पर स्वच्छता को लेकर बात की जाए, तो पीएम मोदी के मिशन स्वच्छता अभियान को पलीता लगता हुआ नजर आ रहा है. हम बात कर रहे हैं दिल्ली के छतरपुर विधानसभा क्षेत्र की.
मंदिर के पास कूड़े का ढेर
यहां मां कात्यायनी देवी का ऐतिहासिक मंदिर है. मंदिर के करीब 100 मीटर की दूरी पर कूड़े का ढेर लगा रहता है. यह जमीन प्राइवेट है. यहां एमसीडी की तरफ से लगातार कूड़े के मलबे का ढेर लगाया जा रहा है. इतना ही नहीं सामने एमसीडी का प्राइमरी स्कूल भी है. यहां साफ सफाई के नाम पर कोई काम नहीं किया जा रहा है.
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शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं
स्थानीय लोगों का कहना है कि हमने कई बार इसकी शिकायत निगम में भी की है, लेकिन हमारी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. यहां पिछले कई सालों से कूड़ा डाला जा रहा है. पास में ही मंदिर भी है और सामने एमसीडी का स्कूल भी है. अगर स्कूल खुले होते तो बच्चों को भी गंदगी और बदबू का सामना करना पड़ता. स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि इस इलाके में कोई भी खेलने के लिए ग्राउंड भी नहीं है. बच्चे यहां खेलने आते हैं. इस कूड़े के ढेर को लेकर स्थानीय लोगों ने निगम में बैठी बीजेपी सरकार के खिलाफ और मौजूदा निगम पार्षद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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निगम पार्षद पर लगाए आरोप
वहीं, आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष नरेश त्यागी ने निगम में बैठी बीजेपी सरकार और मौजूदा निगम पार्षद पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि निगम में बैठी बीजेपी सरकार सिर्फ वादे करती है और उनको निभाने का काम नहीं करती है. यहां कूड़ा पर कई सालों से सरकार के लोग स्वच्छता मिशन पर पलीता लगा रहे हैं.
स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि यहां छतरपुर का विशाल मंदिर है जो ऐतिहासिक है. यहां हजारों की तादाद में लोग रोज दर्शन करने के लिए आते हैं. मंदिर पास में होने के बाद भी अभी तक सफाई नहीं की गई है. ऐतिहासिक मंदिर स्थल के पास इस तरीके की गंदगी काफी हैरान करने वाली है. इतना ही नहीं यहां पैदल चलने से लोग कतराते हैं.