नई दिल्ली : लद्दाख की गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय जवानों के प्रति जहां पूरा देश श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है, वहीं चीन के प्रति लोगों में आक्रोश भी भरा हुआ है. नतीजतन जगह-जगह लोग चीन सरकार का विरोध कर रहे हैं और चीनी सामान का बहिष्कार करने की अपील कर रहे हैं. इसी कड़ी में दक्षिणी दिल्ली के खानपुर इलाके में निगम पार्षद सहित अन्य लोगों ने चीन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि भारत का हर नागरिक चीनी सामान का बहिष्कार कर एक सिपाही की ही भूमिका निभाएगा, जिससे सरहद पर लड़ रहे हमारे सिपाहियों का मनोबल बढ़ेगा और चीन को आर्थिक नुकसान होगा.
सड़क पर रैली निकाल फूंका जिनपिंग का पुतला
दक्षिणी दिल्ली के खानपुर इलाके में खानपुर के निगम पार्षद सुरेश गुप्ता के साथ स्थानीय लोगों ने चीन के खिलाफ सड़क पर रैली निकालकर विरोध-प्रदर्शन किया और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला भी फूंका. साथ ही लोगों से चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने की भी अपील की.
चीनी उत्पादों के बहिष्कार से बढ़ाएंगे सेना का मनोबल
प्रदर्शनकारी अमन मेहरोत्रा ने कहा कि इस समय हमारे देश के सैनिक सरहद पर तैनात हैं. ऐसे में हमारा भी फर्ज बनता है कि हम अपने सैनिकों का मनोबल बढ़ाएं. उन्होंने कहा कि हर एक भारतवासी एक योद्धा की तरह काम कर सकता है, अगर वह चीनी उत्पादों का पूरी तरह से बहिष्कार कर दें. इस तरह से हम चीन की अर्थव्यवस्था को क्षति पहुंचा सकते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई बात नहीं है जिसका विकल्प ना हो. पहले हम पीपीई किट और सैनिटाइजर जैसी चीजें भी इंपोर्ट करते थे, लेकिन अब हमने इन सभी चीजों को देश में ही बनाना शुरू कर दिया और इसमें इतनी महारत हासिल कर दी कि अब हम इसे एक्सपोर्ट करने लगे हैं. चीनी सामानों का भी विकल्प भारत में तैयार किया जा सकता है. बस जरूरत है देशभक्ति के जज्बे की और संकल्प शक्ति की.
स्वदेशी अपनाकर चीनी अर्थव्यवस्था करें कमजोर
प्रदर्शन कर रहे स्थानीय निवासी सुंदर धारीवाल ने कहा कि वह व्यापारी वर्ग के बीच जागरूकता फैलाने के लिए आए हैं, जिससे चीनी सामान का बहिष्कार कर स्वदेशी उत्पाद को बढ़ावा मिल सके. उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि सभी स्वदेशी समान के इस्तेमाल को बढ़ावा दें, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हो और चीन की आर्थिक व्यवस्था को कमजोर किया जा सके.