नई दिल्लीः एंटरप्रिन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम के तहत दिल्ली सरकार सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए सफल उद्यमियों के साथ लाइव इंटरेक्शन आयोजित करती है. इस कड़ी में ओयो रूम के संस्थापक रितेश अग्रवाल ने सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के साथ बातचीत की. उन्होंने बच्चों के साथ अनुभव साझा किए. वहीं, बच्चों ने शुरुआती दौर में आई चुनौती और अनुभव को लेकर सवाल पूछे. इस दौरान दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे.
ओयो रूम के संस्थापक रितेश अग्रवाल ने कहा कि कड़ी मेहनत और दृढ़ता ही जीवन में आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका है. गोल को पाने के लिए लगातार प्रयास करते रहना चाहिए. कुछ नया करते समय सबसे जरूरी यह समझना है कि किसी भी समस्या का समाधान केवल आसपास के हितधारकों को शामिल करके ही किया जा सकता है. जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहेंगे, पर ध्यान दें कि हर सुरंग के अंत में हमेशा प्रकाश होता है, बस मेहनत करते रहे और हर संभव अवसर का अधिकतम लाभ उठाएं. इस बात का जरूर ध्यान रखें, जो भी शुरू किया था, वह आपने क्यों किया है.
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शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में 9वीं से 12वीं क्लास के बच्चों के लिए एंटरप्रिन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम शुरू किया गया है. बच्चों में एंटरप्रिन्योरशिप स्कूल का निर्माण किया जा सके. ईएमसी के तहत सबसे जरूरी घटकों में से एक 11वीं और 12वीं क्लास के छात्रों के लिए सीड मनी प्रोजेक्ट है. सीड मनी प्रोजेक्ट बच्चों में एंटरप्रिन्योरशिप स्किल को विकसित करने में मदद करेगी और देश की तरक्की में योगदान देने वाला यूथ एंटरप्रिन्योर बनाएगी.
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