नई दिल्ली : कोरोना बड़ी संख्या में बच्चों को भी अपना शिकार बना रहा है. दिल्ली के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल लोकनायक अस्पताल में कोरोना से संक्रमित बहुत से बच्चे दाखिल हैं. बड़ों की तुलना में बच्चों को बीमारियां मानसिक तौर पर ज्यादा प्रभावित करती हैं. इसलिए लोकनायक अस्पताल ने कोरोना संक्रमित बच्चों के लिए एक नई व्यवस्था शुरू की गई है. यह व्यवस्था है, इलाजरत बच्चों के खेलकूद और मनोरंजन के साधन की.
मेडिकल डायरेक्टर ने किया उद्घाटन
लोकनायक अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार और शिशु रोग विभाग की प्रमुख डॉ. उर्मिला झाम्ब सहित अन्य डॉक्टर्स ने आज बच्चों के लिए विशेष तौर पर बनाए गए इस विभाग का उद्घाटन किया. इस मौके पर डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि दिल्ली के इस सबसे बड़े कोरोना अस्पताल में अब तक 415 बच्चों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है.
'अस्पताल में ही मनोरंजन की सुविधा'
डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि इनमें से एक बच्चा तो कोरोना के साथ-साथ डेंगू से भी संक्रमित था, लेकिन वो भी स्वस्थ होकर घर जा चुका है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान इलाज की लंबी प्रक्रिया से गुजरते हुए बच्चे कई बार मानसिक तौर पर परेशान हो जाते हैं. यह ऐसी बीमारी है कि वे दूसरों के साथ रह भी नहीं सकते. ऐसे में हमने फैसला किया कि अस्पताल के भीतर ही उनके लिए मनोरंजन व खेलकूद के साधन उपलब्ध कराए जाएं.
'HCL फाउंडेशन ने किया है सहयोग'
उन्होंने इस पूरी व्यवस्था के लिए एचसीएल फाउंडेशन और डॉक्टर्स फॉर यू का धन्यवाद किया. एचसीएल फाउंडेशन की डायरेक्टर डॉ. निधि पुंधीर ने इस व्यवस्था को कोरोना के मद्देनजर वर्तमान समय की जरूरत बताया. साथ ही उन्होंने फाउंडेशन द्वारा अस्पताल को उलब्ध करवाई गई अन्य सुविधाओं की भी जानकारी दी. ईटीवी भारत वहां भी पहुंचा जहां से कोरोना संक्रमित बच्चे इलाजरत दिख सकते थे.
'कोरोना वार्ड में टीवी पर कार्टून'
यहां अभी बच्चों वाले कोरोना वार्ड में 40 बच्चों का इलाज चल रहा है. इस वार्ड के अंदर भी मनोरंजन के साथ पढ़ाई की पूरी व्यवस्था की गई है. इसमें अल्फाबेट से लेकर फलों और जानवरों की रंगबिरंगी तस्वीरें भी लगाई गईं हैं, साथ ही पेंटिंग की भी व्यवस्था है. यहां हमें एक बच्चा सामने लगी टीवी पर कार्टून देखता दिखा. इसके अलावा, छोटे बच्चों के लिए एक अलग हॉल तैयार किया गया है, जहां खेलने के सभी साधन मौजूद हैं. वहीं, एक ओपन एरिया भी तैयार किया गया है.
'खिलौने से सजे हॉल में खेल सकेंगे बच्चे'
इन सब को लेकर ईटीवी भारत ने एलएनजेपी अस्पताल में इसकी पूरी व्यवस्था देख रहे डॉक्टर्स फॉर यू के चेयरमैन डॉ. रजत जैन से बातचीत की. खिलौने से सजे हॉल को लेकर उन्होंने कहा कि यह अभी ग्रीन एरिया में है, इसे रेड एरिया बना दिया जाएगा, उसके बाद बच्चे यहां आकर खेल सकेंगे. हालांकि ओपन एरिया के खेल के साधन अभी कोरोना संक्रमित बच्चों के लिए उपलब्ध नहीं होंगे.
'हमेशा के लिए है यह व्यवस्था'
लेकिन जिनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है और वे किसी अन्य कारण से अस्पताल में रुके हुए हैं, वे बच्चे इस ओपन एरिया में आकर खेल सकेंगे. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह व्यवस्था सिर्फ कोरोना काल के लिए ही नहीं, बल्कि स्थायी है. डॉ. रजत जैन ने बताया कि कोरोना के बाद, दूसरी बीमारियों से जूझ रहे बच्चों के लिए भी सकारात्मक माहौल में इलाज के लिए यह सुविधा बरकरार रहेगी.