नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अपने आवास पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत-चीन सीमा के तनाव और कोरोना महामारी का उल्लेख करते हुए राजस्थान की सियासी हलचल के बहाने भाजपा और कांग्रेस पर हमला बोला. संजय सिंह ने कहा कि देश जब संकट से जूझ रहा है, ऐसी स्थिति में देश की दो राष्ट्रीय पार्टियां राजस्थान के अंदर खरीद-फरोख्त और जोड़-तोड़ की राजनीति में लगी हुई हैं.
देश के साथ एकजुट होने का वक्त
संजय सिंह ने कहा कि यह सब कुछ देख कर देश की जनता बेहद दुखी है. यह वक्त खरीद-फरोख्त और जोड़-तोड़ की राजनीति करने का नहीं, बल्कि समस्त पार्टियों को एकजुट होकर देश के साथ और देश की सेना के साथ खड़े होने का वक्त है. उन्होंने इसे लोकतंत्र पर धब्बा बताया और कहा कि यह हमारे संविधान पर भी प्रहार है. उन्होंने कहा कि इन दोनों पार्टियों की इस गंदी राजनीति को देखते हुए जनता के मन में एक प्रश्न उठता है कि क्या इन दोनों पार्टियों को देश की जनता की कोई चिंता है?
'जो छोड़ गए कांग्रेस'
कांग्रेस पार्टी के विधायकों से संबंधित कुछ आंकड़े मीडिया के सामने रखते हुए संजय सिंह ने कहा कि ये वे लोग हैं, जो पैसे और मंत्री पद के लालच में भाजपा के हाथों बिक कर अपनी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में 9, अरुणाचल में 43, मणिपुर में 4, गुजरात मे 16, गोवा में 10, कर्नाटक में 17, मध्य प्रदेश में 20 और तेलंगाना में 12 विधायक कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं और राजस्थान का नाटक अभी जारी है.
AAP को बताया था विकल्प
सांसद संजय सिंह ने कहा कि अभी तक 8 राज्यों में कांग्रेस के 131 विधायक पैसा और मंत्री पद के लालच में भाजपा के हाथों बिक कर अपनी पार्टी छोड़ चुके हैं. आपको बता दें कि राजस्थान के बहाने आम आदमी पार्टी लगातार भाजपा और कांग्रेस पर हमलावर है. दो दिन पहले ही आम आदमी पार्टी नेता राघव चड्ढा ने कांग्रेस की सियासी सार्थकता पर सवाल उठाते हुए आम आदमी पार्टी को विकल्प के रूप में पेश किया था.