नई दिल्ली : राजधानी में घरों में होने वाली चोरी और सेंधमारी की वारदातों में इजाफा हो रहा है. वर्ष 2021 के मामले 2022 में घर के भीतर चोरी/सेंधमारी की वारदातें तीन गुना बढ़ गई हैं. इन्हें रोकने के लिए पुलिस ने एक स्टडी करके पता लगाया है कि सेंधमार किस तरह के सामान ज्यादा चोरी कर रहे हैं. इसमें चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं. सेंधमार मोबाइल व लैपटॉप से लेकर बिजली-पानी के मीटर तक चोरी कर रहे हैं.
वर्ष 2021 में 24 मार्च से 20 अप्रैल के बीच जहां 382 वारदातें हुई थीं तो वहीं वर्ष 2022 में इस अवधि के दौरान 1376 घटनाएं हुईं. आंकड़े बताते हैं कि इस साल सेंधमारी की वारदातों में बीते एक महीने के भीतर क़रीब 400 फीसदी का इजाफा हुआ है. हाल ही में पुलिस कमिश्नर की बैठक में इन आंकड़ों को पेश किया गया.
पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कुछ माह पूर्व ही सेंधमारी की एफआईआर को ऑनलाइन दर्ज करने की सुविधा दी है. इसके चलते भी सेंधमारी के मामले ज्यादा दर्ज हो रहे हैं. पुलिस कमिश्नर ने सभी जिला डीसीपी को निर्देश दिए हैं कि सेंधमारी रोकने के लिए अपना प्लान तैयार करके उसे लागू करें.
साल | वारदात | तादाद |
2021 | चोरी/सेंधमारी | 1578 |
2022 | चोरी/सेंधमारी | 4749 |
2022 | मामले सुलझाए | 1379 |
2022 | बरामदगी | 702 |
2022 | सेंधमार गिरफ्तार | 1234 |
2022 | गिरफ्तार फर्स्ट टाइमर सेंधमार | 897 |
सेंधमारी रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने इस साल दर्ज हुए मामलों की स्टडी की है. इससे पता चला है कि सबसे ज्यादा 1742 मोबाइल चोरी की वारदातें हुई हैं. इसके बाद 890 पानी के मीटर चोरी हुए हैं, जबकि 108 बिजली के मीटर चोरी हुए हैं. इनके अलावा लोगों के सिलेंडर, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, चेक बुक, डेबिट/क्रेडिट कार्ड, सिम कार्ड, लैपटॉप, साइकिल आदि चोरी होने के अधिकांश मामले हैं. पुलिस ने सेंधमारी की वारदातों में इस साल 1234 सेंधमार गिरफ्तार किए हैं. जिनमें से 897 पहली बार गिरफ्तार हुए हैं. पुलिस के लिए यही फर्स्ट टाइमर सिरदर्द बने हुए हैं.