नई दिल्ली: देश भर में कोरोना वायरस की बेलगाम रफ्तार के कारण भयावह हालात बने हुए हैं. राजधानी दिल्ली में मामलों की रफ्तार कम करने के लिए सरकार ने 10 मई तक लॉकडाउन जारी रखा है. ऐसे में कामकाज ठप होने के कारण प्रवासी मजदूरों के ऊपर मुसीबत आ बनी है. एक तरफ जहां हजारों मजदूर अपने राज्य जाने के लिए ठोकरें खा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ यहां रह रहे मजदूरों को आजीविका की चिंता सताने लगी है.
कैसे करें गुजारा
दक्षिणी दिल्ली के छतरपुर में प्रवासी मजदूरों ने बताया कि यहां किराए के घर मे रहकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं. उनका कहना है कि कोरोना के कारण पहले से ही उनका काम काफी प्रभावित हो रहा था, लेकिन अब लगे लॉकडाउन से कामकाज पूरी तरह बंद हो गया है, जिसके कारण उन्हें अपना और अपने परिवार का गुजारा करना काफी मुश्किल हो रहा है.
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सरकार से लगाई मदद की गुहार
इन मजबूर मजदूरों ने सरकार से गुहार लगाते हुए कहा है कि उन्हें पहले से गुजर-बसर करने में काफी समस्या हो रही है. ऐसे में वह घर का किराया कहां से लाएं, ये उन्हें समझ में नहीं आ रहा. मजदूरों का कहना है कि सरकार कोई योजना बनाए, जिससे मजदूरों के लिए मुफ्त राशन की व्यवस्था कराई जाए. साथ ही घर का किराया माफ करने पर भी कोई योजना बनाई जाए, जिससे ये मजबूर मजदूर आसानी से अपना गुजारा कर सकें.