नई दिल्ली: मेट्रो यात्रियों को नोट के बंडल दिखाकर उनसे ठगी करने वाले गैंग का मेट्रो पुलिस ने पर्दाफाश किया है. इस गैंग के सरगना को उसके नाबालिग भाई के साथ पुलिस ने पकड़ा है. वहीं उनका तीसरा भाई इसी तरह की ठगी के मामले में फिलहाल जेल में बंद है.
पुलिस ने आरोपियों के द्वारा ठगा गया मोबाइल इस्तेमाल कर रहे शख्स को भी गिरफ्तार किया है. इनकी गिरफ्तारी से फिलहाल दो वारदातों को सुलझाने का दावा पुलिस ने किया है.
डीसीपी जितेंद्र मणि के अनुसार 17 जून को उड़ीसा का रहने वाला सीआईएसएफ का सिपाही छुट्टियां खत्म होने के बाद वापस एयरपोर्ट लौटा था. वह मेट्रो में ही कार्यरत है. वह टर्मिनल 3 एयरपोर्ट पर पहुंचा जहां से मेट्रो लेकर उसे अपनी ड्यूटी पर जाना था. उसे एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन पर दो अज्ञात लड़के मिले जिन्होंने 500 रुपये के नोट का बंडल दिखाकर उसका एटीएम कार्ड और पिन नंबर ले लिया. कुछ देर बाद उसके बैंक खाते से 90 हजार रुपये निकल गए. इसे लेकर पुलिस ने मामला दर्ज किया था.
पीड़ित के खाते से निकाले 49 हजार रुपये
दूसरी घटना 3 दिसंबर 2019 को बॉटनिकल गार्डन से डाबड़ी जाते समय मेट्रो में यात्री से हुई. दो लड़कों ने रामरतन गंगवार नामक शख्स को नोट का बंडल दिखाकर उनका एटीएम कार्ड और पिन नंबर ले लिया. इसके साथ ही उनका मोबाइल भी ले लिया. कुछ देर बाद उनके बैंक खाते से 49 हजार रुपये निकल गए. इसे लेकर उन्होंने ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराई थी.
मेट्रो पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से पकड़ा गैंग
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआई बीरेंद्र सिंह और एएसआई लखविंदर सिंह की टीम ने पूरे मामले की छानबीन शुरू की. इस दौरान सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया जिससे पता चला कि वह जालसाज मोहसिन है. इसके साथ ही पुलिस टीम ने ठगे गए मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली. इसकी मदद से पुलिस ने मोहसिन को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही उसका नाबालिग भाई भी पकड़ा गया. मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वाला नदीम भी बवाना से पकड़ा गया. उसके पास से पुलिस ने मोबाइल जब्त कर लिया है. पूछताछ में मोहसिन ने बताया कि वह मेट्रो स्टेशन, बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पर इस तरीके से ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं.
रुमाल में नोट का बंडल दिखाकर ठगी
आरोपी रुमाल में नोटों का बंडल दिखाकर लोगों को अपने झांसे में लेते हैं जबकि इस बंडल में केवल ऊपर नोट लगा होता है. नीचे अखबार की कतरन होती हैं. वह अपने शिकार से उसका सामान, एटीएम कार्ड, मोबाइल और यहां तक कि पिन नंबर भी हासिल कर लेते हैं. इसके बाद वह उनके बैंक खाते से पैसे निकाल लेते थे. मोहसिन ने पुलिस को बताया कि उनके साथ यामीन नाम का भी एक शख्स शामिल है. इसके अलावा उसका एक और भाई दानिश है जो ठगी की वारदातों में शामिल रहता है. उसका भाई दानिश फिलहाल जेल में है.