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कृषि आंदाेलन के दाैरान मारे गये किसान की याद में सिंघु बॉर्डर पर बनेगा स्मारक

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Published : Dec 15, 2021, 6:49 PM IST

Updated : Dec 15, 2021, 9:31 PM IST

किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों की माैत हुई उनकी याद में स्मारक बनाने की तैयारियां शुरू हाे गयी. दिल्ली के सिंघु बॉर्डर के पास संयुक्त किसान मोर्चा स्मारक बनाएगा. सिंघु बॉर्डर के पास तीन से चार जगहों को चिह्नित किया गया.

सिंघु बॉर्डर
सिंघु बॉर्डर

नई दिल्ली: किसान आंदाेलन खत्म (farmers movement ends) हाेने की घाेषणा के बाद किसान बॉर्डर से वापस लाैटने (Farmers are going from Singhu border) लगे हैं. यहां पर किसान एक साल से भी ज्यादा समय तक आंदोलन पर बैठे रहे. यह आंदोलन अब तक का सबसे लंबे आंदोलन के लिए जाना जाने लगा है. इस आंदाेलन के दाैरान कई किसानाें की माैत (farmers died during the kisan andolan) हाे गयी थी. कृषि कानून वापस लिये जाने का जहां किसानाें में खुशी है वहीं इन किसानाें की माैत का गम भी है. अब किसानों ने इन्हीं मृत किसानाें की याद में एक (A memorial will be built for dead farmers) स्मारक बनाने की तैयारी कर रहे हैं.

यह स्मारक सिंघु बॉर्डर (United Kisan Morcha will build memorial on Singhu border) के आसपास ही बनाया जाएगा, जिससे इस रोड से आने जाने वाला हर व्यक्ति इस स्मारक को देख सकें. बताया जा रहा है कि स्मारक की ऊंचाई इतनी होगी कि आने जाने वाले हर व्यक्ति की नजर स्मारक पर पड़ेगी. उस स्मारक पर लगे पत्थर में सुनहरे अक्षरों में उन किसानाें का नाम लिखा जाएगा जिनकी यहां माैत हाे गयी थी. करीब 750 लोगों की सूची तैयार की गई, जिसमें उनका नाम, उनके गांव का नाम और जिस दिन उनकी मौत हुई उस तारीख को भी लिखी जाएगी.

स्मारक बनाने के बारे में क्या कहा किसान नेता ने.

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संयुक्त किसान मोर्चा ने (Sanyukt Kisan Morcha build a memorial) अपने खर्चे पर स्मारक तैयार करने का निर्णय लिया है. इसके लिए तीन से चार जगहों को चिह्नित किया गया है, हालांकि अभी तक जमीन खरीदी नहीं गयी है. संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग में यह तय होगा कि कौन सी जगह पर स्मारक बनाने का काम शुरू होगा. किसान आंदोलन में पर्दे के पीछे रहकर एक अहम भूमिका निभाने वाले दीप खत्री ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि किसान आंदोलन की यादों को बरकरार रखने की पूरी प्लानिंग हो चुकी है.

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स्मारक बनाने में कितना खर्चा होगा उसका भी एस्टिमेट तैयार कर लिया गया है. पत्थरों का चयन बहुत जल्द किया जाएगा. तीन जगहों को चिह्नित किया गया है जहां पर स्मारक बनाया जा सकता है. जिस जगह पर भी स्मारक बनाया जाएगा वह हाईवे के बिल्कुल नजदीक होगा. हर आने-जाने वाले व्यक्ति की नजर उस पर पड़े, इसी उद्देश्य के साथ स्मारक बनाने की तैयारियां की जा रही हैं.

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Last Updated :Dec 15, 2021, 9:31 PM IST
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