नई दिल्ली: किराड़ी विधानसभा के मुबारकपुर रोड पर स्थित महर्षि वाल्मीकि मंदिर जलमग्न हो चुका है. इस जलभराव के कारण लोगों का महर्षि वाल्मीकि मंदिर में आना-जाना बंद हो गया है. 40 साल पुराने मंदिर में किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं है और आज ये मंदिर बेजान और उजाड़ स्थिति में पहुंच गया है.
'अब कोई मंदिर नहीं आता'
वाल्मीकि मंदिर के सेवादार रमेश ने बताया कि 40 साल से मैं इस मंदिर में सेवा कर रहा हूं. लेकिन अभी तक किसी पार्षद और विधायक ने मंदिर को किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं दी. इस अनदेखी की वजह से आज महर्षि वाल्मीकि मंदिर की हालत ये है कि वो पूरी तरह पानी में डूब चुका है. मंदिर परिसर में गंदे पानी का जमावड़ा है. इस प्रांगण में बरसों पुराने पेड़ लगे हुए थे, वो भी इस सड़े और गंदे पानी की वजह से सूख चुके हैं.
उन्होंने कहा कि पहले मंदिर के प्रांगण में लोगों का जमावड़ा लगा रहता था. लेकिन अब जलभराव की वजह से कोई मंदिर नहीं आता. पानी निकालने के लिए लगातार 7 दिनों से पानी का पंप चल रहा था. पंप खराब होने के कारण अब पानी बाहर नहीं निकल पा रहा है. पंप सही होने के बाद दोबारा पानी निकाला जाएगा.
'किसी ने इस मंदिर की सुध नहीं ली'
सेवादार रमेश ने आगे कहा कि मैं अक्सर बीमार रहता हूं, हार्ट अटैक की परेशानी है. इस मंदिर को देखकर बड़ा दुख होता है, इसलिए मैं रात-दिन सेवा करने में लगा रहता हूं. महर्षि वाल्मीकि मंदिर की साफ-सफाई करने के बाद भी सफाई नहीं हो पाती, क्योंकि हमारे इस क्षेत्र में पानी की निकासी नहीं है. पानी की निकासी न होने की वजह से मंदिर में अक्सर पानी भर जाता है.
इसी मंदिर के आगे से सांसद, विधायक, पार्षद और कई अधिकारी भी निकलते हैं. लेकिन किसी ने भी सुध नहीं ली और न अभी तक यहां के प्रशासन ने इस मंदिर को कोई सुविधा दी. किराड़ी विधानसभा में रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि मंदिर की काफी बुरी स्थिति हो चुकी है. मैं इस मंदिर के लिए प्रशासन से मदद चाहता हूं, पानी निकालने के लिए पंप दिया जाए और जो सुविधा हो सके वो इस मंदिर को प्रदान करें.