नई दिल्ली: कुतुब मीनार परिसर में स्थित मस्जिद में नमाज पढ़ने पर ASI द्वारा लगाई गई रोक के खिलाफ दायर याचिका पर तत्काल सुनवाई से दिल्ली हाईकोर्ट ने एक बार फिर इनकार कर दिया है. इसी कड़ी में कोर्ट की आगे की सुनवाई और फैसले को लेकर महाराणा प्रताप सेना आगामी 9 जून को दिल्ली के कनॉट प्लेस के निकट प्राचीन शिव मंदिर में रुद्राभिषेक करने जा रही है.
गौरतलब है कि उपजे विवाद के बाद विश्व धरोहर कुतुब मीनार में पर्यटकों की संख्या अचानक बढ़ गई है. पिछले कुछ समय से यहां पहले की अपेक्षा प्रतिदिन 500 से लेकर 600 तक पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. आलम यह है कि कुतुब मीनार पहुंच रहे पर्यटकों के बच्चे अपने परिजनों से पूछ बैठते हैं कि अगर यह कुतुबमीनार है तो सूर्य स्तंभ कहा है?
कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद में लगी मूर्तियों को लेकर विवाद गरमाने के बाद अब कुतुब मीनार को लेकर भी विवाद शुरू हो चुका है. बताया जा रहा है की कुतुब मीनार परिसर में खुदाई का काम जल्द शुरू हो सकता है, लेकिन अभी तक इसे लेकर सिर्फ कयास ही लगाए जा रहा हैं.
कुछ दिन पहले संस्कृति सचिव गोविंद मोहन ने 12 लोगों की टीम के साथ निरीक्षण किया. इस टीम में 3 इतिहासकार, ASI के 4 अधिकारी और रिसर्चर मौजूद थे. इस मामले में ASI के अधिकारियों का कहना है कि कुतुबमीनार में 1991 के बाद से खुदाई का काम नहीं हुआ है. इसके अलावा कई रिसर्च भी पेंडिंग हैं, जिसकी वजह से ये फैसला लिया गया है.