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दिल्ली-NCR में आने वाले भूकंप को लेकर क्या है वैज्ञानिकों की राय, जानिए

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Published : Jun 5, 2020, 11:23 AM IST

करीब डेढ़ महीने से दिल्ली-NCR में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. बार-बार भूकंप आने से लोगों को किसी बड़े खतरे का अंदेशा सताने लगा है. लेकिन भू-वैज्ञानिकों की मानें तो बार-बार भूकंप के झटके आने से दिल्ली एनसीआर में बड़े भूकंप के झटका का खतरा बहुत कम हो गया है.

low risk of big earthquake tremors in delhi ncr says wadia institute director kalachand sai
वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी हिमालयन रीजन दिल्ली में भूकंप का खतरा

नई दिल्ली/देहरादून: दिल्‍ली-NCR के इलाके में पिछले डेढ़ महीने में करीब दस बार भूकंप आ चुका है. ऐसे में केवल डेढ़ महीने के भीतर 10 बार भूकंप आने से हर कोई दहशत में है. यही नहीं लोगों को डर सता रहा है कि कहीं ये भूकंप किसी बड़े भूकंप आने की ओर तो इशारा तो नहीं है.

वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के निदेशक

वहीं दिल्ली में बड़े भूकंप आने में खतरे के सवाल पर भू-वैज्ञानिक ने बताया कि पिछले डेढ़ महीने में कई बार भूकंप आने की वजह से अब पृथ्वी की एनर्जी रिलीज हो चुकी है. ऐसे में बड़े भूकंप के आने खतरा बहुत कम है.

गौरतलब है कि भूकंप के लिहाज से दिल्ली-एनसीआर जोन-4 में आता है. जिसकी वजह से दिल्ली भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील है. अमूमन दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं. जिसकी वजह से दिल्ली एनसीआर को भूकंप के लिहाज से प्रबल खतरे वाले जोन में रखा गया है.

देहरादून स्थित वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के निदेशक कालाचंद साईं ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर रीजन के भूकंप आने का जो मकैनिज्म है. वह हिमालयन बेल्ट में आने वाले भूकंप के मकैनिज्म से बिल्कुल अलग है. क्योंकि, दिल्ली-एनसीआर में आने वाला भूकंप इंटीरियर क्षेत्र में आता है और हिमालयन रीजन में आने वाला भूकंप बाउंड्री क्षेत्र में आता है.

ऐसे में जब हिमालयन रीजन में कम मैग्नीट्यूड या मीडियम मैग्नीट्यूड के भूकंप आते हैं तो ऐसे में अंदाजा लगाया जाता है कि इंटीरियर क्षेत्र में बड़ा भूकंप आने वाला है, लेकिन यह मामला बिल्कुल अलग है क्योंकि इंटीरियर क्षेत्र यानी दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ महीने से लगातार कम और मीडियम मैग्नीट्यूड के भूकंप आए हैं.

ऐसे में पृथ्वी के अंदर प्लेट के खिसकने से जो एनर्जी उत्पन्न हुई है वह छोटे-छोटे भूकंप के माध्यम से रिलीज हो चुकी है. ऐसे में दिल्ली-एनसीआर में बड़ा भूकंप आने की संभावना बेहद कम है.

कालाचंद साईं ने बताया कि दिल्ली में बड़ा भूकंप आने की संभावना न के बराबर है. लेकिन बावजूद इसके प्रीकॉशन लेने की जरूरत है. क्योंकि दिल्ली में बहुत ज्यादा पापुलेशन के साथ ही तमाम बड़ी-बड़ी बिल्डिंग्स भी हैं. ऐसे में अगर भविष्य में कम या मीडियम मैग्नीट्यूड से अधिक मैग्नीट्यूड का भूकंप आ जाता है तो उससे दिल्ली एनसीआर में काफी नुकसान हो सकता है. जिसे ध्यान में रखने की जरूरत है.

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