नई दिल्ली: राजधानी के प्रसिद्ध इलाकों में से एक बीकाजी कामा प्लेस में पिछले 6 महीने से डीडीए की ओर से रिकंस्ट्रक्शन कराया जा रहा है. इस वजह से अंसल चैंबर-2 बिल्डिंग के बेसमेंट में बने ऑफिस और गोदाम/स्टॉक रूम में पानी भरने से बड़े पैमाने पर रखे समान खराब होने और ऑफिस नहीं खुलने के कारण करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है.
गौरतलब है कि भीकाजी कामा प्लेस में रोजाना करोड़ों का बिजनेस होता है, लेकिन पिछले करीब डेढ़ साल से लगातार कोरोना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन और अब डीडीए की ओर से रीकंस्ट्रक्शन में लापरवाही के कारण अंसल चैंबर-2 बिल्डिंग के करीब 400 व्यवसाई काफी परेशान हैं. वहीं, डीडीए के अधिकारियों से संपर्क करने के बावजूद कोई संतुष्टिपूर्ण जबाब नहीं मिल रहा है.
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बता दें कि यहां डीडीए की ओर से रीकंस्ट्रक्शन के चलते जगह-जगह गड्ढे खोदे जा रहे हैं. इसके चलते यहां आने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कंस्ट्रक्शन के दौरान सीवरेज की पाइपलाइन छतिग्रस्त हो रही है. साथ ही राजधानी दिल्ली में हो रही बारिश के कारण खोदे गए गड्ढों में पानी भरने से बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भर जा रहा है. इस कारण बेसमेंट में बने स्टॉक रूम में रखा करोड़ों का समान खराब हो रहा है. इससे ऑफिस नहीं खुल पा रहे हैं.
सेक्रेटरी अंजना और यहां के प्रधान पवन सिंघल ने कहा कि भीकाजी कामा प्लेस में डीडीए की ओर से कराए जा रहे डेवलपमेंट के दौरान कंस्ट्रक्शन से व्यवसाईयों को काफी परेशानी हो रही है. कंस्ट्रक्शन के दौरान जगह-जगह हो रहे गड्ढे से आवाजाही पर खासा असर पड़ रहा है और बारिश के मौसम के कारण गड्ढों में पानी भरने से बेसमेंट तक पानी पहुंच जाता है. इससे करोड़ों रुपये का सामान बर्बाद हो गया है. वहीं, डीडीए लोगो की परेशानियों को समझने और सुनने के लिए तैयार नहीं है.
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अंसल चैंबर के व्यापारियों का कहना है कि 21 साल में यहां के हालात कभी इतने खराब नहीं हुए. जिस तरीके से डीडीए काम कर रहा है, उससे यही लगता है कि यह काम तो 2 से 3 साल तक पूरा नहीं होगा. डीडीए की लापरवाही की वजह से हमारा काफी नुकसान हो रहा है. शाम के वक्त यहां इतना पानी भरा रहता है कि हम निकल भी नहीं सकते. इसको लेकर कई बार डीडीए के अधिकारी से शिकायत की गई, लेकिन हमारी शिकायत पर कोई जवाब नहीं मिला.