नई दिल्ली: युवाओं को अपराध से दूर रखने के लिए दिल्ली पुलिस ने 'युवा' की फ्लैगशिप कम्युनिटी पुलिसिंग पहल के तत्वावधान में युवा 2.0 (YUVA 2.0 ) की शुरुआत की थी. दिल्ली पुलिस के YUVA 2.0 कार्यक्रम (Delhi Police Youth 2.0) का उद्देश्य युवाओं में उनकी दक्षता के अनुसार कौशल को उन्नत करके राेजगार से जोड़ना है. इससे उन्हें रोजगार प्राप्त करने में मदद मिलेगी. दिल्ली पुलिस ने चयनित युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (National Skill Development Corporation) के साथ करार किया था.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा (Delhi Police Commissioner Sanjay Arora) और उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (Delhi LG Vinay Kumar Saxena) शनिवार काे दिल्ली पुलिस के YUVA 2.0 कार्यक्रम में पहुंचे. कौशल विकास कार्यक्रम के तहत ट्रेनिंग लेने वाले युवाओं से मुलाकात की. उनको सर्टिफिकेट दिए. इस मौके पर उनके साथ स्पेशल सीपी संजय बेनीवाल, ज्वाइंट सीपी मीनू चौधरी, साउथ डीसीपी बेनिता मैरी जेकर, एडिशनल डीसीपी पवन कुमार शर्मा, एसीपी मनु हिमांशु, एसएचओ रितेश शर्मा के साथ कई थाने के एसएचओ एसीपी और पुलिसकर्मी मौजूद रहे.
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दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी संजय बेनीवाल ने कहा कि युवा 2.0 कार्यक्रम (Delhi Police Youth 2.0) उन लोगों को जॉब स्किल बनाने का है जो कि पहली बार किसी आपराधिक मामलों में संलिप्त रहे हों. इस स्कीम को भारत सरकार की संकल्प योजना के तहत विश्व बैंक के द्वारा सहयोग मिल रहा है. उपराज्यपाल अनिल बैजल (Delhi LG Vinay Kumar Saxena) ने युवा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए दिल्ली पुलिस के प्रयासों की सराहना की. इस दौरान उन्होंने कहा कि युवा 2.0 को और अधिक मजबूती से आगे बढ़ाने का काम करना चाहिए. दिल्ली में युवाओं के कौशल विकास को बढ़ाने के लेकर कार्यक्रम चलाने चाहिए.
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