नई दिल्ली: कोरोना काल में अन्य रोगों के मरीजों को खासी परेशानी हो गई, क्योंकि अधिकांश अस्पताल कोविड डेडिकेटेड हो गए. साथ ही डॉक्टरों के निजी क्लिनिक्स भी बंद हो गए. अब अस्पताल और क्लिनिक्स खुल भी रहे हैं तो मरीज कोरोना संक्रमण के डर से वहां जाने से कतरा रहे हैं. इस स्थिति को देखते हुए अब लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज ने ऑनलाइन OPD के लिए ई-संजवीनी एप की शुरुआत की है.
'डॉक्टर और मरीजों दोनों को होगा फायदा'
ऑनलाइन डॉक्टर की पर्ची ई-संजीवनी एप की शुरुआत करते हुए लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. एन एन माथुर ने बताया कि इससे डॉक्टरों और मरीजों दोनों को ही फायदा होगा. दरअसल कोरोना काल में ये देखने में आया है कि जिन अस्पतालों में कोरना के मरीजों के बजाए अन्य रोगों के मरीजों का इलाज हो रहा था, वहां बड़ी संख्या में डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी कोरोना के शिकार हो रहे थे. इस वजह से डॉक्टर और मरीज दोनों ही ओपीडी से बचना चाह रहे थे. ई-संजीवनी प्लेटफोर्म दोनों को ही सहूलियत देता है. इसमें मरीज को डॉक्टर की दवाइयों की लिखित पर्ची भी मिल जाएगी, जिसे दिखा कर मरीज दवा ले सकते हैं.
'जल्द ही सभी विभागों में शुरू हो जाएगी सुविधा'
डॉ एन एन माथुर बताते हैं कि अस्पताल में पहले भी ऑनलाइन चिकित्सकीय सलाह की सुविधा दी जा रही थी, लेकिन इस एप की वजह से यह और भी व्यवस्थित हो गया है. अभी ये सुविधा फ़िलहाल पांच विभागों मेडिसिन, साइकेट्री, गाइनी, डेंटल `और पीडियाट्रिक में शुरू की गई है | जल्द ही इसे अस्पताल में चलने वाले अन्य विभागों में भी शुरू कर दिया जाएगा.