नई दिल्ली: राजधानी में कोविड-19 (delhi covid-19) के साथ नये वेरिएंट ओमीक्रोन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. दिल्ली सरकार ने अब हर केस का जिनोम सिक्वेंसिंग (genome sequencing) कराने का फैसला किया है. इस पर एलएनजेपी के मेडिकल डायरेक्टर सुरेश कुमार ने कहा कि सरकार ने बहुत बड़ा फैसला किया है. जिससे कि अब जो भी मामले आएंगे उनका जिनोम सिक्वेंसिंग किया जाएगा. इसके जरिए पता चल सकेगा कि कोविड-19 का यह कौन सा वेरिएंट है.
डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि आरटीपीसीआर पॉजिटिव सैंपल का आरएनए निकालकर यहां पर माइनस 70 डिग्री पर सैंपल रखा जाता है. उन्होंने कहा कि इस टेंपरेचर पर सैंपल को 6 माह से अधिक समय तक रख सकते हैं. साथ ही कहा ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों के साथ अब जिनोम सीक्वेंसिंग लैब में 24 घंटे सैंपल की टेस्टिंग की जाती है.
एलएनजेपी हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि यहां पर रोजाना 100 सैंपल टेस्ट करने की क्षमता है. लेकिन इसे बढ़ाया भी जा सकता है. उन्होंने कहा कि सैंपल की रिपोर्ट आने में 48 से 72 घंटे का समय लग जाता है. साथ ही कहा कि जिनोम सिक्वेंसिंग टेस्टिंग के लिए लैब की शुरूआत कोविड-19 की दूसरी लहर में की गई थी. जिसका अब ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों में काफी उपयोगी साबित हो रहा है.
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एलएनजेपी हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि फिलहाल जो भी मामले आ रहे हैं. वह एयरपोर्ट से आने वाले लोगों के हैं जिसमें अधिकतर ओमीक्रोन संक्रमित देश से सफर कर के आने वाले लोग हैं. जैसे कि साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, यूरोप, अमेरिका आदि देशों से जो लोग सफर करके आ रहे हैं.
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डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि सभी से आग्रह करते हुए कहा कि जिसने भी अभी तक कोविड-19 का टीका नहीं लिया है, वह टीका जरूर ने कोविड-19 टीका लगने से ओमीक्रोन वायरस (omicron virus) का खतरा कम होगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि घर से जब भी बाहर निकले मास्क लगाकर रखें सामाजिक दूरी का पालन करें और समय-समय पर हाथ सैनिटाइज करते रहें.
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