ETV Bharat / city

दिल्ली के इस सरकारी स्कूल को नहीं देना होता है बिजली का बिल, जानिए वजह

author img

By

Published : Apr 6, 2022, 11:55 AM IST

दिल्ली के एंड्रयूज गंज में स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय का बिजली बिल पिछले तीन सालों से जीरो आ रहा है. स्कूल की प्रिंसिपल ने बताया कि वर्ष 2019 से कोई भी बिजली का बिल नहीं देना पड़ रहा है. उल्टा बीएसईएस को स्कूल को आज की तारीख में करीब 18 हजार रुपये देने हैं.

delhi update news
स्कूल को नहीं देना होता है बिजली का बिल

नई दिल्ली : अक्सर बिजली के बिल की चिंता रहती है. लेकिन दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले एंड्रयूज गंज में स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय ने बिजली के बिल की चिंता को ही खत्म कर दिया है. वहीं इस संबंध में ईटीवी टीवी भारत ने एंड्रयूज गंज में स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय की प्रिंसिपल सोनिया सिक्का से बात की. जहां उन्होंने बताया कि स्कूल की छत पर 99 पैनल का सौर ऊर्जा लगा हुआ है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 से कोई भी बिजली का बिल नहीं देना पड़ रहा है. उल्टा बीएसईएस को स्कूल को आज की तारीख में करीब 18 हजार रुपये देने हैं. उन्होंने बताया कि यह राशि नई बिल्डिंग बनने से पहले 60 हजार रुपये से अधिक थी.

ईटीवी भारत से बात करते हुए एंड्रयूज गंज में स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय की प्रिंसिपल सोनिया सिक्का ने बताया कि दिल्ली सरकार के एक योजना के तहत दिल्ली शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत आने वाले 100 स्कूलों में सौर ऊर्जा लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 में यह सौर ऊर्जा लगाए गए हैं. स्कूल में सौर ऊर्जा लगने के बाद लगातार बिजली के बिल में गिरावट आती गई. वर्ष 2019 के बाद आज तक बीएसईएस को बिजली का बिल नहीं देना पड़ रहा है. मौजूदा समय में बिजली की स्कूल में लागत कम है और उत्पादन अधिक हो रहा है जिससे बीएसईएस को डाइवर्ट कर दिया जा रहा है. इस दौरान स्कूल की प्रिंसिपल ने बताया कि मौजूदा तारीख में बीएसईएस को स्कूल को पैसा देना है. साथ ही कहा कि वर्ष 2019 फरवरी माह में आठ हजार रुपए से अधिक का आखिरी बिजली का बिल जमा किया गया था.

स्कूल को नहीं देना होता है बिजली का बिल

ये भी पढ़ें : दिल्ली के सरकारी स्कूल की कक्षाओं में लगेंगे 20 हजार से ज्यादा स्मार्ट बोर्ड

प्रिंसिपल सोनिया सिक्का ने बताया कि मौजूदा तारीख में बीएसईएस को 18 हजार रुपये स्कूल को देना है. उन्होंने बताया कि यह राशि अब इसलिए कम हो गई है क्योंकि नई इमारत बनने की वजह से लोड एनहैंसमेंट किया गया है. इससे पहले बीएसईएस को स्कूल को करीब 60 हजार देना था. उन्होंने कहा कि स्कूल में की जा रही है यह पहल एक तरीके से पर्यावरण को बचाने की कोशिश है. उन्होंने यह भा बताया कि स्कूल में 54 कमरे और एक हॉल है जो कि पूर्णता वातानुकूलित है.

delhi update news
स्कूल के छत पर 99 पैनल का सौर ऊर्जा

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.