नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने छात्रों को चरणबद्ध तरीके से कैंपस में आने को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है, लेकिन उसके बावजूद छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी है. वहीं नोटिफिकेशन के विरोध में जेएनयू छात्र संघ के नेतृत्व में छात्रों ने नॉर्थ गेट पर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों ने विश्वविद्यालय कुलपति, प्रॉक्टर और डीन स्टूडेंट के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं प्रदर्शनकारी छात्रों ने विरोध स्वरूप नोटिफिकेशन प्रतिलिपि को फूंका.
वहीं इस प्रदर्शन को लेकर जेएनयू छात्र संघ के महासचिव सतीश चंद्र यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन से लगातार छात्रों को चरणबद्ध तरीके से वापस बुलाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने जो नोटिफिकेशन निकाला है, वह पूरी तरीके से छात्र विरोधी है, उसे सभी छात्र सिरे से खारिज करते हैं.
विश्वविद्यालय कर रहा है मनमानी
जेएनयू छात्रसंघ के उपाध्यक्ष साकेत मून ने कहा छात्रों को नोटिफिकेशन स्वीकार नहीं है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा निकाले गए इस नोटिस में छात्रों के सुझाव शामिल नहीं किए गए. साथ ही कहा कि दिसंबर माह में छात्रों को अपनी पीएचडी जमा करनी है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिस तरीके से कुछ छात्रों को दो फेस में आने के लिए कहा है, वह तरीका पूरी तरह से गलत है. साकेत ने कहा कि कैंपस के अंदर कोविड-19 जांच व क्वॉरेंटाइन सेंटर की सुविधा होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि छात्र संघ विश्वविद्यालय प्रशासन से यह मांग पिछले काफी समय से कर रहा है, लेकिन प्रशासन उसे नजरअंदाज कर रहा है.