नई दिल्ली : जहांगीरपुरी हिंसा को देखते हुए सरोजिनी नगर मार्केट में सिंधी समाज के लोगों को झूलेलाल साईं के झांकी निकालने की परमिशन नहीं मिली. भक्त परमिशन नहीं मिलने से नाराज दिखे. लगभग घंटों तक पुलिस और आयोजक आमने-सामने बने रहे. एक तरफ पुलिस झांकी और आरती निकालने के लिए मना कर रही थी, तो दूसरी तरफ झूलेलाल साईं के भक्त आरती को सिर पर लेकर पुलिस के सामने खड़े रहे.
पुलिस और भक्तों के साथ काफी देर तक कशमकश चलती रही. आखिर में पुलिस ने कुछ दूरी तक सांकेतिक तौर पर झूलेलाल साईं के आरती को दूसरे मंदिर तक ले जाने की परमिशन दी गई. उन चंद मिनटों में ही झूलेलाल साईं के भक्तों ने झूम कर झूलेलाल के गाने गाए. वहीं, परंपरागत तरीके से झांकी नहीं निकलने को लेकर भक्त काफी नाराज रहे.
सिंधी समाज के लोग झूलेलाल की पूजा सरोजिनी मार्केट में आयोजित करते हैं. परंपरागत तरीके से इस पूजा के दौरान एक झांकी निकाली जाती है, जो पूरे मार्केट में घूमती है. झूलेलाल साईं की आरती सभी दुकानों में दिखाई जाती है. सभी मार्केट के लोग बड़ी आस्था के साथ इस त्योहार में हिस्सा लेते हैं. बीते दिनों में जहांगीरपुरी में हुई हिंसा को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने इस पूजा को मंदिर के अंदर ही करने को कहा था. झांकी निकालने से मना कर दिया था. पुलिस के परमिशन नहीं मिलने के बावजूद झूलेलाल साईं के भक्त मंदिर के बाहर आरती लेकर खड़े रहे.
आखिर में पुलिस को थोड़ी गुंजाइश करनी पड़ी और झूलेलाल साईं के आरती को कुछ मीटर के लिए सांकेतिक तौर पर दूसरी मंदिर तक ले जाने की परमिशन दी गई. घंटों चले इस विवाद के कारण सिंधी समाज के लोग दिल्ली पुलिस के इस फैसले से काफी नाराज दिखे. उनका कहना है दिल्ली पुलिस ने उन्हें परमिशन नहीं दिया और झूलेलाल साईं की झांकी नहीं निकली इसका उन्हें बहुत दुख है.
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