नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महिला फुटबॉलर का एक बड़ा नाम हैं अदिति चौहान. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई फुटबॉल टूर्नामेंट में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा चुकी अदिति चौहान महिला फुटबॉल टीम में गोलकीपर हैं. आगामी भविष्य की रणनीतियों को लेकर ईटीवी भारत ने उनसे खास बातचीत की.
बास्केटबॉल खेलने से शुरू किया था सफर
अदिति चौहान ने एक खिलाड़ी के रूप में अपना सफर शुरू किया था, बास्केटबॉल से. लेकिन आज नाम कमा रहीं हैं, फुटबॉल प्लेयर के रूप में. ईटीवी भारत से इस बातचीत में अदिति ने अपने पूरे सफर के बारे में बताया. अदिति इंग्लैंड में अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेलने वाली पहली महिला भारतीय हैं. इंग्लैंड से लेकर बाकी दूसरे देशों में अपने खेल के अनुभवों को भी अदिति ने ईटीवी भारत से बातचीत में साझा किया. उन्होंने यह भी बताया कि किस तरह भारत को बाकी देशों से खेलों के क्षेत्र में सीखने की जरूरत है.
दिल्ली फुटबॉल टीम में नहीं हो पाया चयन
अपने टूर्नामेंट में व्यस्त रहीं अदिति का इस बार दिल्ली फुटबॉल टीम के लिए चयन नहीं हुआ. इसे लेकर पूछने पर अदिति ने कहा कि यह मेरे लिए काफी निराशा की बात है. उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी के लिए यह बड़ी बात होती है कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट्स के साथ अपने स्टेट के लिए भी खेले.
गुरुग्राम में शुरू किया है खुद का इंस्टिट्यूट
अदिति अपने खेल से इतर आगामी भविष्य के लिए खिलाड़ियों को तैयार करने की दिशा में भी काम कर रही हैं. उन्होंने बताया कि गुरुग्राम में उन्होंने अपना इंस्टिट्यूट शुरू किया है, जिसमें लड़कियों को फुटबॉल की बारीकियां सिखाई जाती हैं. अदिति ने अपने आगामी टूर्नामेंट्स को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई और साथ ही यह भी बताया कि किस तरह भारत फुटबॉल जैसे खेलों में महिला प्रतिनिधित्व को और आगे ले जा सकता है.