नई दिल्लीः बाहरी दिल्ली के कादीपुर में समाजसेवी हरपाल राणा अनिश्चितकालीन धरने पर (Social worker Harpal Rana on dharna in Delhi) बैठे हैं. तीन वर्ष से लगातार अनाथ बच्चों, विधवा महिलाओं व बुजुर्गों की पेंशन को लेकर सरकार व पेंशन विभाग के उच्च अधिकारियों से लगातार पत्राचार कर रहे हैं. पर केंद्र व दिल्ली सरकार ने कोई संज्ञान नहीं लिया तो इन गरीब बेसहारा लोगों को पेंशन (Harpal Rana seeking pension for the destitute) दिलाने के लिए अनिश्चितकालीन धरना शुरू (Indefinite dharna in outer Delhi's Kadipur) किया.
समाजसेवी हरपाल राणा ने बताया कि वह पिछले कई वर्षों से लगातार अनाथ बच्चाें, विधवा महिलाओं व बुजुर्गों की पेंशन को लेकर सरकार और पेंशन विभाग के अधिकारियों से लगातार पत्राचार (Harpal Rana wrote letter to government for pension) कर रहे हैं. लेकिन उस पर किसी का कोई भी संज्ञान नहीं लिया गया है. पेंशन के अलावा कोरोना काल में जो बच्चे यतीम हुए हैं उन बच्चों को दिल्ली सरकार आर्थिक सहायता व पेंशन दे रही है. लेकिन उन बच्चों के लिए आर्थिक सहायता या सरकारी पेंशन का प्रवधान नहीं जाे किसी अन्य कारणाें से बेसहारा हुए हैं.
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धरना पर बैठे कुछ दिव्यांग, बुजुर्ग व मासूम बच्चों की आंखों में मायूसी झलक रही है. इनके चेहरे और कपड़ों से इनकी घर की आर्थिक स्थिति कैसी है पता चल रहा है. ये लोग पिछले कई वर्षों से दिल्ली सरकार से मिलने वाली पेंशन से ही अपना घर चला रहे थे. इनमें से किसी बुजुर्ग के बच्चे नहीं हैं तो किसी मासूम बच्चों के माता-पिता नहीं है. कुछ महिलाओं के पति नहीं है, तो कुछ दिव्यांग पुरुष व महिलाएं किसी कामकाज के लायक नहीं. दिल्ली सरकार द्वारा मिलने वाली आर्थिक सहायता के इंतजार में है.