नई दिल्ली: CAA और NRC के खिलाफ धरने पर बैठी महिलाओं को समर्थन देने के लिए पूर्व IAS अधिकारी हर्ष मंदर पुरानी दिल्ली के तुर्कमान गेट पर पहुंचे. यहां उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में CAA और NRC के खिलाफ लडाई लड़ी जा रही है. ये आजादी के बाद का सबसे बड़ा आंदोलन है और ये आंदोलन देश के संविधान को बचाने के लिए है.
'इंसानियत अभी बाकी है'
हर्ष मंदर ने कहा कि हमारा संविधान हमें ये भी अधिकार देता है कि हम शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने संविधान के खिलाफ कानून बनाया है जिसमें धार्मिक भेदभाव है. ये हमारे भाई चारे और मोहब्बत को तोड़ने की साजिश है लेकिन उन्हें अंदाजा नहीं है कि इस देश में इंसानियत अभी बाकी है.
सीएम योगी को दिया जवाब
हर्ष मंदर ने कहा कि वे देश की विभिन्न जगहों पर जा रहे हैं जहां महिलाएं और युवा इस आंदोलन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने सवाल किया था कि महिलाएं क्यों लड़ रही है. इसमें तो पुरुषों को आगे आना चाहिए. तो मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि जब घर में कोई परेशानी आती है तो महिलाए हिम्मत करती हैं. महिलाएं अपने परिवार को बचाने के लिए कुछ भी कर सकती हैं.