नई दिल्ली: सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निवास पर हुई तोड़फोड़ के मामले में आठ आरोपियों को सिविल लाइन्स पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इनके अन्य साथियों को लेकर फिलहाल पूछताछ चल रही है. पुलिस के अनुसार मुख्यमंत्री के घर हमला करने के मामले में मीत नगर निवासी चंद्रकांत, कीर्ति नगर निवासी प्रदीप तिवारी, कीर्ति नगर निवासी 28 वर्षीय राजू, करावल नगर निवासी जितेंद्र बिष्ट, जहांगीरपुरी निवासी नवीन कुमार, जहांगीर पुरी निवासी बबलू कुमार, सीतापुर निवासी नीरज दीक्षित और आजादपुर निवासी सनी को गिरफ्तार किया गया है.
इन सभी को अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस मामले में अब तक 20 आरोपियों की पहचान हुई है जिनकी तलाश चल रही है.पुलिस सीसीटीवी की मदद से भी अन्य आरोपियों की पहचान करने का प्रयास कर रही है. इस घटना को लेकर बुधवार शाम एफआईआर दर्ज की गई थी. उत्तरी जिला डीसीपी सागर सिंह कलसी के अनुसार बीजेपी युवा मोर्चा द्वारा सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री आवास के बाहर बुधवार को प्रदर्शन किया गया था. सुबह लगभग 11:30 बजे 150 से 200 प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री निवास से कुछ दूरी पर एकत्रित हुए थे. यह लोग मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर दिए गए बयान का विरोध कर रहे थे. दोपहर लगभग 1 बजे इनमें से कुछ प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री आवास के बाहर लगे बैरिकेड तोड़कर अंदर की तरफ दाखिल हो गए थे.
इन प्रदर्शनकारियों ने वहां पर नारेबाजी की और मुख्यमंत्री के खिलाफ अपशब्द कहे. उनके पास एक पेंट का बॉक्स था, जिसे उन्होंने मुख्यमंत्री निवास के दरवाजे पर फेंका. इस दौरान उन्होंने सुरक्षा के लिए लगे एक बूम बैरियर को क्षतिग्रस्त कर दिया और वहां लगे सीसीटीवी कैमरे को भी नुकसान पहुंचाया. मौके पर पहुंची पुलिस ने इन प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया. इस घटना को लेकर राजनीति भी होने लगी है. आप पार्टी के नेताओं का आरोप है कि यह लोग मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हत्या करना चाहते थे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर पर हमला, FIR दर्ज
इस घटना को लेकर बुधवार शाम सिविल लाइन्स थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई थी. प्राथमिक छानबीन के दौरान आठ आरोपी पकड़े गए हैं. वहीं अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. सूत्रों का कहना है कि इस प्रदर्शन के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की तरफ से मिले आवेदन को रिजेक्ट कर दिया था. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने यहां प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री निवास में तोड़फोड़ की.