नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र आज बुलाया गया है. यूं तो यह सत्र 5 दिनों का होना था, लेकिन कोरोना के चलते उत्पन्न स्थिति को देखते हुए सत्र एक दिन का ही बुलाया गया है.
सत्र की शुरुआत के कुछ देर बाद वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार का बजट पेश करेंगे. दिल्ली सरकार इस वर्ष स्वास्थ्य के क्षेत्र में 8000 करोड़ रुपये खर्च करेगी. इसमें मोहल्ला क्लीनिक में बेहतर सुविधा देने के लिए 200 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा.
शिक्षा मद में सर्वाधिक बजट का आवंटन
दिल्ली की सत्ता में तीसरी बार आने के बाद सरकार के एजेंडे में शिक्षा सबसे ऊपर है. कुल बजट का तकरीबन एक चौथाई हिस्सा शिक्षा मद में व्यय के लिए सरकार आवंटित करती रही है. इस बार भी दोपहर 2 बजे जब विधानसभा का सत्र शुरू होगा और कुछ देर बाद वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली का बजट पेश करेंगे. तब उसमें शिक्षा मद में सर्वाधिक फंड आवंटन के बाद दूसरे पायदान पर दिल्ली स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च किए जाने वाले करने के लिए फंड का आवंटन सरकार कर सकती है.
स्वास्थ्य में 600 करोड़ अधिक फण्ड का आवंटन
पिछले वर्ष दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य पर 7485 करोड़ रुपये खर्च किए थे. दिल्ली सरकार का एकदिवसीय बजट सत्र इस बार चंद घंटे के लिए ही बुलाया गया है. स्वास्थ्य बजट में दिल्ली सरकार हॉस्पिटल इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम लागू करने की योजना बनाई गई है.
मोहल्ला क्लीनिक, पॉलीक्लिनिक सहित दिल्ली सरकार अन्य सभी अस्पतालों में मरीजों के बारे में सारी जानकारी कंप्यूटरीकृत की जाएगी. यह महत्वाकांक्षी परियोजना 3 वर्ष से लंबित है. इसे मूर्त रूप देने का मन बनाया है. जिसकी घोषणा की जाएगी.
इस योजना के लागू होने पर मरीज की विस्तृत जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होगी. मोहल्ला क्लीनिक में इलाज के बाद अन्य किसी अस्पताल में इलाज कराने पहुंचेगा तो उससे संबंधित सारी जानकारी उपलब्ध होगी.
सूत्रों के अनुसार बजट में पर्यावरण को बेहतर बनाने पर भी जोर होगा. पर्यावरण बजट में वायु प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार एयर प्यूरीफायर का प्रावधान करेगी. दिल्ली के भीड़ भरे इलाके में एयर प्यूरीफायर लगाने का काफी खर्च आएगा. इसका प्रावधान बजट में किया जाना संभव है.