नई दिल्ली: अंग्रेजी में एक कहावत है हेल्थ इज वेल्थ. यानी स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है. सेहत बनाने के लिए लोग अकसर पार्क का सहारा लेते हैं. पार्क में सुबह-शाम की वॉक को डॉक्टर भी बहुत जरूरी बताते हैं. ऐसे में आप कह सकते हैं कि पार्क लोगों की सेहत बनाते हैं, लेकिन दिल्ली के छतरपुर का संजय कॉलोनी का पार्क लोगों की सेहत तो नहीं बनाता, लेकिन लोगों को बीमार जरूर करता है.
पार्क में जमा पानी से जलजनित रोग जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया फैलने का खतरा रहता है. कोरोना काल में सफाई पर विशेष बल दिया जा रहा है, लेकिन पार्क की वजह से लोगों को हो रही परेशानी पर ध्यान नहीं दिया जा रहा, जिस पार्क के जरिए लोग सेहत बना सकते हैं अब वही पार्क लोगों की सेहत बिगाड़ने का कारण बन सकता है. गंदगी की वजह से यह पार्क अब बेसहारा पशुओं का अड्डा बन गया है, जिस पार्क में लोगों को सेहत बनाने के लिए आना था वहां साउथ एमसीडी की लापरवाही की वजह से पशुओं का कब्जा है.
लोगों को हो रही परेशानी
पार्क में हर समय जलभराव और गंदगी होती है. इस वजह से पानी में मच्छर पनप रहे हैं. दिल्ली में डेंगू और मलेरिया के काफी ज्यादा मामले सामने आते हैं. यह जलभराव सीधे तौर पर जनजनित रोगों को न्यौता है. ऐसे में एमसीडी पर भी सवाल उठना लाजिमी है. पार्क में गंदगी और जलभराव की वजह से स्थानीय लोगों को काफी ज्यादा दिक्कतों को का सामना करना पड़ रहा है.
बीमारियां फैलने का खतरा
दरअसल संजय कॉलोनी में सिर्फ एक ही पार्क है और यह पार्क भी दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की लापरवाही के चलते तालाब में तबदील हो चुका है. यहां पानी के साथ कीचड़ जमा रहता है. पार्क में काफी ज्यादा गंदगी है. इस वजह से बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है.
मिलता है जूठा आश्वासन
पार्क में गंदे पानी की वजह से मच्छर पैदा होने लगे हैं. इस वजह से इलाके में बीमारियां फैल रही हैं. साथ ही ये कूड़े वाली जगह आवारा पशुओं का ठिकाना भी बन गई है. स्थानीय लोगों ने कहा कि इसकी शिकायत करने पर MCD के अधिकारियों द्वारा केवल झूठा आश्वासन ही मिलता है.