नई दिल्ली : दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से, नदी का जलस्तर बढ़ने से यमुना किनारे खेतो में पानी भर गया है. बुराड़ी, इब्राहिमपुर और जगतपुर गांवों की फसलें पूरी तरह से पानी में डूब गई हैं. बुराड़ी इलाके में किसान किसी तरह से अपने मवेशियों और फसलों को बचाकर यमुना के पानी से बाहर कर ला रहे हैं. कई मवेशी अभी भी यमुना में फंसे हुए हैं. फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं. प्रशासन की तरफ से उनकी सहायता और बचाव के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है.
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हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज (Hathini Kund Barrage of Haryana) से करीब 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की वजह से सोमवार देर शाम दिल्ली के बुराड़ी, इब्राहिमपुर, जगतपुर, पल्ला गांव के इलाकों से लगी यमुना का जल स्तर अचानक बढ़ गया. जिसका यमुना किनारे गुजर बसर कर रहे लोगों को कोई अंदाजा नहीं था.
खेतों में पानी भर जाने की वजह यमुना के किनारे सब्जियों की खेती कर रहे किसानों को भारी नुकसान हुआ. खेतों में तैयार फसलें पूरी तरीके बर्बाद हो गईं. मेथी, पालक, सरसों व गोभी जैसी कई सब्जियां जिनकी बुराड़ी इलाके में बड़े पैमाने पर पैदावार की जाती है.
ये सब्जियां लगभग तैयार थीं, लेकिन उनके कटने से पहले ही हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी ने किसानों की सब्जियों की बिक्री से होने वाले मुनाफे की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. अचानक बढ़ी यमुना से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. सब्जियों की फसल पूरी तरह डूब गई.
किसानों का कहना है कि हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के लेकर कोई जानकारी या चेतावनी नहीं दी गई. अगर पहले से पता होता तो अपने मवेशी और सामान को बचा लेते. उनके मवेशी अब भी यमुना के पानी के बीच फंसे हुए हैं और बची हुई फसलों को काटकर किसान अपने नुकसान को कम करने में लगे हैं.
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