नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के फतेहपुर बेरी इलाके स्थित डेरा गांव से दो गुटों में जमकर मारपीट हुई है, जिसमें दोनों तरफ से जमकर लाठी, डंडे, पत्थर बरसाए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि दबंगों ने एक फौजी परिवार पर अचानक से हमला कर दिया और परिजनों को जमकर पीटा.
पुरानी रंजिश का मामला
दरअसल ये झगड़ा पुरानी रंजिश को लेकर हुआ है. जिसमें सरहद पर तैनात एक फौजी के घरवालों को बुरी तरह से चोटें आई हैं. पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर क्रॉस एफआईआर दर्ज कर ली है. मामले को लेकर सरहद पर तैनात फौजी ने दिल्ली के आला अधिकारियों को पत्र लिखकर परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की है.
फौजी ने लिखा पत्र
फौजी की गुहार है कि उनकी पत्नी समेत कई लोगों को लाठी-डंडों और कई हथियारों से मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया है, वो देश की सुरक्षा के लिए सरहद पर तैनात हैं, उनके परिवार को सुरक्षा दी जाए.
अचानक किया हमला
दरअसल, फौजी सुरेंद्र कुमार के छोटे भाई महेंद्र कुमार अपनी बाईक से अपनी बेटी के जन्मदिन के लिए कुछ तोहफा खरीदने जा रहे थे. तभी उनके घर के आगे घात लगाए उनके पड़ोसियों ने उनपर लाठी डंडो से हमला कर दिया. वो 5-6 की संख्या मे थे. उन सभी ने महेंद्र को लाठी-डंडो और लात-घूसों से बुरी तरह पिटाई की. किसी तरह महेंद्र अपनी जान बचाकर वहां से अपने घर की तरफ भागे. शोर सुनकर उनके घर से लोग भी बाहर आ गए. तभी वहां से पत्थरबाजी होने लगी, जिसकी वजह से फौजी की पत्नी की आंख में गंभीर चोट आई है. इस मारपीट में महेंद्र का बांया पैर भी टूट गया और सिर बुरी तरह से फट गया है.
सिर में भी आईं चोटें
परिवार के अन्य सभी सदस्यों को भी सिर में चोटें आई हैं. महेंद्र का ये भी आरोप है कि कई बार पुलिस को फोन किया गया लेकिन वहां से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. सभी घायलों को उनके पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने एम्स ट्रामा सेंटर पहुंचाया. पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर सभी घायलों का बयान दर्ज किया है. घटना के बाद से पूरा परिवार काफी डरा हुआ है. फौजी सुरेंद्र की पत्नी का कहना है कि उनके पति तो सरहद पर देश की सेवा में लगे हुए हैं लेकिन यहां उनके परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है.