नई दिल्ली : दिल्ली में IED धमाके की साजिश को फेल हुए 50 दिन से ज्यादा बीत चुके हैं. दूसरी IED को जब्त किए हुए भी 25 दिन से ज्यादा समय बीत गया है, लेकिन अभी तक गुनाहगार पुलिस के हाथ नहीं लग सके हैं. पुलिस का दावा है कि उन्हें अहम सुराग मिले हैं, लेकिन आरोपियों का पकड़ा न जाना दिल्ली वासियों के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है.
गाजीपुर मंडी में बीते 14 जनवरी को बैग में IED रखा गया था. इसमें धमाके के लिए समय सेट किया गया था, लेकिन ब्लास्ट से पहले ही लोगों ने इस लावारिस बैग की सूचना पुलिस को दे दी थी. इसकी वजह से समय रहते एनएसजी की मदद से बम को डिफ्यूज कर दिया गया. छानबीन के दौरान पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले. एक संदिग्ध बाइक भी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में देखी. इसकी मदद से पुलिस टीम बीती 18 फरवरी को सीमापुरी के एक घर में पहुंची. IED रखने वाले संदिग्ध इसी मकान में किराए पर रहते थे, लेकिन पुलिस ने जब छापा मारा तो वह फरार हो चुके थे. पुलिस ने कमरे के अंदर से एक अन्य IED बरामद किया था.
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दोनों ही बार पुलिस को IED तो मिल गई, लेकिन इसे बनाने वाले आतंकी अभी तक पुलिस की पहुंच से दूर हैं. पुलिस को सीमापुरी के मकान मालिक एवं प्रॉपर्टी डीलर से आरोपियों का हुलिया तो मिल गया, लेकिनअभी भी आतंकी पुलिस के हाथ नहीं लग सके हैं. इस मामले में पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना का दावा है कि पुलिस के पास अहम सुराग हैं. वह इस पूरी साजिश को जल्द ही बेनकाब करेंगी. पुलिस का मानना है कि आरोपी पकड़े जाने के डर से यूपी के किसी हिस्से में छिपे हो सकते हैं. इसे ध्यान में रखते हुए उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि साजिश को दोबारा अंजाम न दे सकें.