नई दिल्ली: कोरोना महामारी से पहले ही पूरा भारत लड़ रहा है. ऐसे में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए तरह-तरह के प्रयत्न किए जा रहे हैं. वहीं दिल्ली में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए कई तरह के नियम कानून बनाए गए हैं. लेकिन दिल्ली वालों की मुसीबत बढ़ती दिखाई दे रही है क्योंकि दिल्ली में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. ऐसे में बदलते मौसम में बढ़ता प्रदूषण कोरोना वायरस पर क्या असर डाल सकता है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने कोरोना के सबसे बड़े अस्पताल एलएनजेपी के मेडिकल डायरेक्टर सुरेश कुमार से बात की.
इस मौसम में हवा में घुलता है प्रदूषण
डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि हर साल अक्टूबर, नवंबर के महीने में मौसम में बदलाव होता है. इसी मौसम में दिल्ली में वायु प्रदूषण देखने को मिलता है. इस साल कोरोनावायरस महामारी है, और कोरोना संक्रमितों में भी सांस लेने में दिक्कत होती है. वहीं प्रदूषण के चलते भी हवा में ऑक्सीजन की कमी देखने को मिलती है.
बुजुर्गों और मरीजों को खास ध्यान रखने की आवश्यकता
डॉ. कुमार ने कहा कि जो बुजुर्ग लोग हैं उन्हें इस मौसम में खासा परेशानी होती है. इसके अलावा जो सांस से जुड़ी समस्या दमा आदि बीमारियों से जूझ रहे हैं, उन्हें खास सावधानियां बरतने की आवश्यकता है क्योंकि प्रदूषण के बढ़ने के साथ हवा में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है. जिससे सांस लेने में काफी दिक्कत होती है.
जरूरी ना हो तो घर से बाहर ना निकले
एलएनजेपी के मेडिकल डायरेक्टर ने कहा कि ऐसे में यदि बहुत आवश्यक ना हो तो घर से बाहर ना निकले. इसके अलावा जो लोग किसी न किसी बीमारी से लड़ रहे हैं वह घर से बाहर निकलना बहुत कम करें. साथ ही मौजूदा समय में कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन जरूर करें, घर से निकलते समय मास्क जरूर पहने और साफ-सफाई का खास ध्यान रखें.