नई दिल्ली: आजकल रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर देश में राजनीति खूब हो रही है. केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी Union Minister Hardeep Puri ने बीते दिनों ट्वीट कर दिल्ली में रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों को फ्लैट में भेजने की बात कही थी. इसके बाद राजधानी में राजनीति गर्म हुई. हालांकि, उसी वक्त इसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सफाई दी थी जिसमें कहा गया था कि ऐसी सरकार की कोई योजना नहीं है. ईटीवी भारत की टीम दिल्ली के ओखला विधानसभा क्षेत्र के रोहिंग्या बस्ती पहुंची और यहां से ग्राउंड का जायजा लिया.
ईटीवी भारत ETV BHARAT से बात करते हुए रोहिंग्या मुसलमान हारून ने बताया कि हम लोग यहां पर 53 परिवारों के करीब 270 लोग रह रहे हैं. हम 2012 से यहां पर रह रहे हैं. हम कानूनी रूप से यहां पर रहते हैं हमें यहां रहने में कई प्रकार की समस्याएं भी होती हैं. 10 बाइ 10 के टेंट में 10-10 लोग रहने को मजबूर है. यहां पानी की भी समस्या रहती है. बारिश होने पर टेंट में पानी भर जाता है. दो बार हमारे टेंट में आग लग चुका है. इसके पहले दो जगह टेंट था, जहां आग लगने के वजह से सब कुछ खत्म हो गया.
हारून ने बताया कि हम अपना जीवन यापन यहां पर मेहनत मजदूरी करके करते हैं. यहां रहने वाले बच्चों का हाल ही में एडमिशन मदनपुर खादर के सरकारी स्कूल में हुआ है. वहीं, फ्लैट में भेजे जाने के सवाल पर उन्होंने बताया कि अगर सरकार हमें फ्लैट में भेजती है तो अच्छी बात है, बशर्ते वहां हमें डिटेंशन सेंटर की तरह ना रखा जाए तो ठीक है. नहीं तो हमें यही रहने दिया जाए. हम यहां अपना मेहनत मजदूरी कर अपना गुजारा करते हैं और आगे भी कर लेंगे. दिल्ली के ओखला विधानसभा क्षेत्र के कालिंदी कुंज मेट्रो स्टेशन के पास रोहिंग्या मुसलमानों की बस्ती है. यहां पर वर्मा से आए रोहिंग्या रहते हैं. बताया जाता है कि यह लोग यहां 2012 से रह रहे हैं.
पुरी के बयान के बाद घिर गई थी सरकार
दरअसल, पिछले दिनों केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि रोहिंग्या शरणार्थियों को बाहरी दिल्ली में स्थित बक्करवाला के अपार्टमेंट में भेजा जाएगा और उन्हें मूलभूत सुविधाएं तथा पुलिस सुरक्षा भी मुहैया की जाएगी. आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस) के लिए फ्लैट का निर्माण नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने किया है और ये टिकरी सीमा के पास बक्करवाला इलाके में स्थित हैं. केंद्रीय मंत्री के इस बयान के बाद विश्व हिंदू परिषद ने भी केंद्र के इस फैसले पर नाराजगी जताई, लेकिन गृह मंत्रालय का बयान आया कि ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया गया है और रोहिंग्या शरणार्थी डिटेशन सेंटर्स में ही रहेंगे.
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने क्या किया था ट्वीट
पुरी ने एक ट्वीट में कहा था कि भारत ने हमेशा उन लोगों का स्वागत किया है, जिन्होंने देश में शरण मांगी, एक ऐतिहासिक फैसले में सभी रोहिंग्या शरणार्थियों को दिल्ली के बक्करवाला इलाके में स्थित फ्लैट में स्थानांतरित किया जाएगा. उन्हें मूलभूत सुविधाएं यूएनएचसीआर (शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त की ओर से जारी) परिचय पत्र और दिल्ली पुलिस की चौबीसों घंटे सुरक्षा मुहैया की जाएगी. मंत्री ने उन लोगों की भी आलोचना की जिन्होंने देश की शरणार्थी नीति पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग इस कदम से निराश होंगे.
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