नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगम का चुनाव काफी दिलचस्प हाेने वाला है. जहां पिछले 15 साल से भाजपा सत्ता पर काबिज (BJP on the power of Delhi Municipal Corporation) है, वहीं दिल्ली की सत्ता संभालने वाली आम आदमी पार्टी की भी नजर दिल्ली निगम चुनाव पर है. वहीं कांग्रेस के लिए यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण रहेगा. 2017 के दिल्ली नगर निगम चुनाव में भाजपा को सबसे अधिक वोट मिले थे. आप को उत्तरी दिल्ली नगर निगम में सबसे ज्यादा 27.98 फीसदी वोट मिले थे. वहीं पूर्वी दिल्ली में कांग्रेस को सबसे ज्यादा 22.74 फीसदी वोट मिले थे. सुनिए कांग्रेस की तैयारी काे लेकर क्या कहा दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष (ETV bharat's exclusive conversation with Delhi Congress state president) ने.
सवाल : नगर निगम चुनाव को किस तरह देखते हैं ?
जवाब : भाजपा को नगर निगम में 15 साल हो गए हैं. 15 साल में नगर निगम की जो हालत है आप सब जानते हैं. स्थिति बद से बदतर हो गई है. 2017 में भाजपा ने भ्रष्टाचार के आरोप में अपने तमाम पार्षदों के टिकट काटे थे. इस बार भी कई वर्तमान पार्षदों के वीडियो वायरल हुए हैं. कई को सस्पेंड किया गया, जहां भाजपा के पार्षद अपने घर बनाते हैं. वहीं गरीब आदमी के घरों पर हथौड़ा चलवाते हैं. एमसीडी की आर्थिक स्थिति जो है, छिपी नहीं है. साल में तीन-तीन बार कर्मचारी स्ट्राइक पर जाते हैं. यही हाल तीन बार दिल्ली के सीएम बन चुके अरविंद केजरीवाल का है. दिल्ली और नगर निगम को बचाना है तो इस बार जनता को सोच समझकर फैसले लेने होंगे. कांग्रेस पार्टी जनता की सेवा की कसौटी पर निरंतर खरी उतरी है. भाजपा ने 15 साल में एमसीडी को बर्बाद किया. उसी तरह केजरीवाल ने भी सात साल में दिल्ली को बर्बाद किया है.
निगम को बचाना है तो जनता को सोच-समझकर फैसले लेने होंगे : अनिल चौधरी
दिल्ली नगर निगम का चुनाव (Delhi Municipal Corporation Elections) जल्द ही हाेने वाले हैं. सभी प्रमुख पार्टियाें ने तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस भी जाेर-शाेर से तैयारी कर रही है. अपने खाेये हुए जनाधार काे वापस पाने के लिए कांग्रेस एड़ी-चाेटी एक कर दी है. नगर निगम चुनावों को लेकर अब तक की तैयारी और पार्टी की आगे की रणनीति को लेकर दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी से ETV bharat ने खास बातचीत (ETV bharat's exclusive conversation with Delhi Congress state president) की.
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नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगम का चुनाव काफी दिलचस्प हाेने वाला है. जहां पिछले 15 साल से भाजपा सत्ता पर काबिज (BJP on the power of Delhi Municipal Corporation) है, वहीं दिल्ली की सत्ता संभालने वाली आम आदमी पार्टी की भी नजर दिल्ली निगम चुनाव पर है. वहीं कांग्रेस के लिए यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण रहेगा. 2017 के दिल्ली नगर निगम चुनाव में भाजपा को सबसे अधिक वोट मिले थे. आप को उत्तरी दिल्ली नगर निगम में सबसे ज्यादा 27.98 फीसदी वोट मिले थे. वहीं पूर्वी दिल्ली में कांग्रेस को सबसे ज्यादा 22.74 फीसदी वोट मिले थे. सुनिए कांग्रेस की तैयारी काे लेकर क्या कहा दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष (ETV bharat's exclusive conversation with Delhi Congress state president) ने.
सवाल : नगर निगम चुनाव को किस तरह देखते हैं ?
जवाब : भाजपा को नगर निगम में 15 साल हो गए हैं. 15 साल में नगर निगम की जो हालत है आप सब जानते हैं. स्थिति बद से बदतर हो गई है. 2017 में भाजपा ने भ्रष्टाचार के आरोप में अपने तमाम पार्षदों के टिकट काटे थे. इस बार भी कई वर्तमान पार्षदों के वीडियो वायरल हुए हैं. कई को सस्पेंड किया गया, जहां भाजपा के पार्षद अपने घर बनाते हैं. वहीं गरीब आदमी के घरों पर हथौड़ा चलवाते हैं. एमसीडी की आर्थिक स्थिति जो है, छिपी नहीं है. साल में तीन-तीन बार कर्मचारी स्ट्राइक पर जाते हैं. यही हाल तीन बार दिल्ली के सीएम बन चुके अरविंद केजरीवाल का है. दिल्ली और नगर निगम को बचाना है तो इस बार जनता को सोच समझकर फैसले लेने होंगे. कांग्रेस पार्टी जनता की सेवा की कसौटी पर निरंतर खरी उतरी है. भाजपा ने 15 साल में एमसीडी को बर्बाद किया. उसी तरह केजरीवाल ने भी सात साल में दिल्ली को बर्बाद किया है.