ETV Bharat / city

निगम को बचाना है तो जनता को सोच-समझकर फैसले लेने होंगे : अनिल चौधरी

author img

By

Published : Jan 14, 2022, 6:13 PM IST

दिल्ली नगर निगम का चुनाव (Delhi Municipal Corporation Elections) जल्द ही हाेने वाले हैं. सभी प्रमुख पार्टियाें ने तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस भी जाेर-शाेर से तैयारी कर रही है. अपने खाेये हुए जनाधार काे वापस पाने के लिए कांग्रेस एड़ी-चाेटी एक कर दी है. नगर निगम चुनावों को लेकर अब तक की तैयारी और पार्टी की आगे की रणनीति को लेकर दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी से ETV bharat ने खास बातचीत (ETV bharat's exclusive conversation with Delhi Congress state president) की.

अनिल चौधरी
अनिल चौधरी

नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगम का चुनाव काफी दिलचस्प हाेने वाला है. जहां पिछले 15 साल से भाजपा सत्ता पर काबिज (BJP on the power of Delhi Municipal Corporation) है, वहीं दिल्ली की सत्ता संभालने वाली आम आदमी पार्टी की भी नजर दिल्ली निगम चुनाव पर है. वहीं कांग्रेस के लिए यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण रहेगा. 2017 के दिल्ली नगर निगम चुनाव में भाजपा को सबसे अधिक वोट मिले थे. आप को उत्तरी दिल्ली नगर निगम में सबसे ज्यादा 27.98 फीसदी वोट मिले थे. वहीं पूर्वी दिल्ली में कांग्रेस को सबसे ज्यादा 22.74 फीसदी वोट मिले थे. सुनिए कांग्रेस की तैयारी काे लेकर क्या कहा दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष (ETV bharat's exclusive conversation with Delhi Congress state president) ने.


सवाल : नगर निगम चुनाव को किस तरह देखते हैं ?

जवाब : भाजपा को नगर निगम में 15 साल हो गए हैं. 15 साल में नगर निगम की जो हालत है आप सब जानते हैं. स्थिति बद से बदतर हो गई है. 2017 में भाजपा ने भ्रष्टाचार के आरोप में अपने तमाम पार्षदों के टिकट काटे थे. इस बार भी कई वर्तमान पार्षदों के वीडियो वायरल हुए हैं. कई को सस्पेंड किया गया, जहां भाजपा के पार्षद अपने घर बनाते हैं. वहीं गरीब आदमी के घरों पर हथौड़ा चलवाते हैं. एमसीडी की आर्थिक स्थिति जो है, छिपी नहीं है. साल में तीन-तीन बार कर्मचारी स्ट्राइक पर जाते हैं. यही हाल तीन बार दिल्ली के सीएम बन चुके अरविंद केजरीवाल का है. दिल्ली और नगर निगम को बचाना है तो इस बार जनता को सोच समझकर फैसले लेने होंगे. कांग्रेस पार्टी जनता की सेवा की कसौटी पर निरंतर खरी उतरी है. भाजपा ने 15 साल में एमसीडी को बर्बाद किया. उसी तरह केजरीवाल ने भी सात साल में दिल्ली को बर्बाद किया है.

सवाल : कांग्रेस कहीं फाइट करती नजर नहीं आ रही, पूरे scenario से गायब दिख रही है?
जवाबः संक्रमण काल में काम करता कोई दिखता था तो कांग्रेस कार्यकर्ता दिखता था. पहली बार जब काेराेना आयी थी, उस समय मार्च 2020 के समय का एक फुटेज दिखाएं, जिसमें RSS कार्यकर्ता या आम आदमी का कार्यकर्ता जनता की सेवा करता नजर आ रहा हो. कांग्रेस ही थी. बेशक कांग्रेस चुनाव हारी हो, इसके बावजूद जनता के बीच कांग्रेस कार्यकर्ता ही थे. इसी वजह से जब पांच उपचुनाव हुए इसी दिल्ली में तो जनता ने साढ़े 22 फीसदी वोट दिया और जिताया. दिखने का सवाल नहीं है. जवाब देना होगा इन दोनों दलाें को कि आखिर आपने दिल्ली को बना क्या दिया. दिल्ली के पास दिल्ली का जो इतिहास है वह शीला जी का गौरवमयी इतिहास है जो हमने काम किया. कांग्रेस अब भी सरकार की विफलताओं और जनजागरण अभियान रहा हो, कोविड महामारी में सरकार की विफलताओं के खिलाफ कांग्रेस लगातार काम कर रही है. हार और जीत होती है. 15 साल हमने दिल्ली में काम किया है और पहचान दी है दिल्ली को. मुझे उस काम पर विश्वास है और लोगों का विश्वास कांग्रेस में लौट रहा है. नगर निगम चुनाव में किस फेस की बात कर रहे हैं. कांग्रेस का कार्य, कांग्रेस की विचारधारा, कांग्रेस के कार्यकर्ता ही चेहरा हैं.
दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी से खास बातचीत.
सवाल: पार्टी के कद्दावर नेता खुलकर सामने नहीं आते, क्यों ?
जवाबः मुझे नहीं मालूम कि किन नेताओं की बात कर रहे हैं. देखिए, हमने कल भी मीटिंग की. पौने दो साल से देख रहा हूं. कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता ही हैं, जो जमीन पर काम कर रहे हैं. लगातार जमीन से जुड़े मुद्दों पर सरकार से सवाल-जवाब कर रहे हैं. कितने ही ऐसे कार्यक्रम हैं, जिसमें राहुल से लेकर तमाम शीर्ष नेतृत्व सड़कों पर रहा है. चाहे पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि का मुद्दा रहा हो या कोविड फेलियर रहा हो या राशन कार्ड का मुद्दा रहा हो, बेरोजगार युवाओं की बात रही हो, हर मुद्दे को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर रहा है. कांग्रेस का सदस्यता अभियान चल रहा है, लोग मिलकर उसमें भागीदारी कर रहे हैं.


सवाल: नगर निगम चुनाव में कांग्रेस कितनी सीटें जीत सकती है ?

जवाबः आपको याद होगा कि आठ महीने पहले पांच उपचुनाव हुए थे. उसमें कांग्रेस ने एक सीट जीती थी. कांग्रेस को पांच वार्ड में करीब 22 फीसदी वोट मिले थे. इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि उस समय कांग्रेस ने लोगों के दिलों में जगह बनाई थी. आज उस विश्वास पर कहना चाहता हूं कि लगातार दो साल का जो संघर्ष कांग्रेस ने दिल्ली की जनता के लिए किया है, कांग्रेस जीतेगी. नगर निगम में कांग्रेस की वापसी जरूरी है. कांग्रेस ने दिल्ली के लोगों को जो शहर बनाकर दिया था लोग उसकी सुरक्षा चाहते हैं.

सवाल : पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, उसको लेकर क्या रणनीति है?
जवाबः हर स्टेट में हमारी लोकल यूनिट होती है. वहां पर प्रभारी हैं. जिस तरह मैं दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष हूं. इसके बावजूद जहां-जहां आवश्यकता पड़ती है, हमारे कार्यकर्ता जाते हैं. जहां से बुलावा आएगा, वहां जरूर जाएंगे. अपने साथियों के सहयोग के लिए, लेकिन हमारा संगठन ऑलरेडी वहां काम कर रहा है. पंजाब में चन्नी जी और सिद्धू जी के नेतृत्व में कांग्रेस काम कर रही है.


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.