नई दिल्ली: एम्स के नेत्र विभाग में हुए करोड़ों के घोटाले की शिकायत आर्थिक अपराध शाखा से की गई है. पुलिस ने पांच करोड़ रुपये के इस घोटाले को लेकर एफआईआर दर्ज कर ली है. इस एफआईआर में दो लोगों पर एम्स प्रशासन द्वारा संदेह जताया गया है. इसे ध्यान में रखते हुए आर्थिक अपराध शाखा की टीम छानबीन कर रही है.
जानकारी के अनुसार एम्स के राजेंद्र प्रसाद आई सेंटर में सामान की खरीद-फरोख्त के दौरान 5 करोड़ रुपए के घोटाले की बात सामने आई थी. इस मामले में एम्स प्रशासन द्वारा प्राथमिक जांच करने के बाद 2 कर्मचारियों को सस्पेंड भी किया गया है. इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब एम्स प्रशासन द्वारा खरीद को लेकर ऑडिट कराया गया.
एम्स प्रशासन द्वारा इसकी जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई थी जिसकी रिपोर्ट के बाद 2 लोगों के खिलाफ एक्शन लिया गया है. वहीं इस पूरे मामले को लेकर आर्थिक अपराध शाखा को शिकायत दी गई है जिसने फिलहाल मामले की प्राथमिक जांच के बाद एफआईआर दर्ज कर ली है.
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पुलिस सूत्रों का कहना है कि उन्हें एम्स प्रशासन की तरफ से शिकायत मिली थी जिसमें 5 करोड़ से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है. पूरे मामले को लेकर उनकी टीम छानबीन कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि इसमें कौन-कौन लोग शामिल थे. इसे लेकर जल्द ही एम्स के अधिकारियों से पूछताछ की जाएगी. जो लोग इस घोटाले में संलिप्त पाए जाएंगे उनकी गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी.