नई दिल्ली: कोरोना के मद्देनजर गंभीर स्थिति से गुजर रही दिल्ली पर प्रदूषण हावी न हो जाए, इसलिए दिल्ली सरकार अभी से तैयारियों में जुटी हुई है. प्रदूषण कारकों पर खास नजर रखी जा रही है. ऐसे हॉट स्पॉट्स चिह्नित किए गए हैं, जहां सबसे ज्यादा प्रदूषण होता है. इन जगहों पर कड़ाई से पर्यावरण नियमों का पालन कराया जा रहा है. दिल्ली में पैदा होने वाले प्रदूषण का एक बड़ा हिस्सा निर्माण स्थलों से जुड़ा होता है.
लगा था 5 लाख का जुर्माना
निर्माण स्थलों के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से खास आदेश जारी किए गए हैं. डीपीसीसी की टीमें लगातार यहां दौरे भी कर रहीं हैं. वहीं, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय भी निर्माण स्थलों का निरीक्षण कर रहे हैं. रविवार को पर्यावरण मंत्री ने जीपीआरए सेवा सदन नेताजी नगर और आईटीसीडीएम कस्तूरबा नगर में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया. आपको बता दें कि नेताजी नगर निर्माण स्थल पर बीते दिनों 5 लाख का जुर्माना लगाया गया था.
एंटी स्मोक गन अनिवार्य
गौरतलब है कि दिल्ली में जहां भी 20 हजार वर्ग मीटर से ज्यादा बड़े निर्माण स्थल हैं, वहां काम के दौरान एंटी स्मोक गन का इस्तेमाल अनिर्वाय कर दी गई है. इस निर्माण स्थल पर एंटी स्मोक गन नहीं मिली थी, लेकिन जुर्माने के बाद यहां स्थिति बदली हुई नजर आई. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि इन्होंने एक एंटी स्मोक गन खरीद ली है, लेकिन इन्हें एक और खरीदनी है. बिना उसके और बिना जुर्माना जमा किए निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जा सकता.
चल रहा एंटी डस्ट कैम्पेन
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में एंटी डस्ट कैंपेन चालाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पूरी दिल्ली में 39 बड़े निर्माण स्थल हैं, जिनमें से 33 पर एंटी स्मोक गन का इस्तेमाल हो रहा है, वहीं 6 निर्माण स्थलों पर इसका इस्तेमाल नहीं हो रहा था. इसकी सूचना के बाद हम इन जगहों का निरीक्षण कर रहे हैं और जरूरी कार्रवाई कर रहे हैं. गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार प्रदूषण को नियंत्रण में करने के सभी उपायों को अपना रही है.