नई दिल्ली: दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति का भारतीय जनता पार्टी लगातार विरोध कर रही है, नई आबकारी नीति को लेकर भारतीय जनता पार्टी अब निगम के जरिए दिल्ली सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है. पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने निगम क्षेत्र में शराब ठेकों की जांच का आदेश दिया है.
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति दिल्ली के युवाओं को नशे में धकेलनी वाली है. पूर्वी दिल्ली क्षेत्र में लगभग 200 ठेके खुलने जा रहे हैं, जिसे खोलने से रोकने के लिए पूर्वी दिल्ली नगर निगम अपने स्तर पर कोशिश कर रही है. सभी ठेकों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं. अब तक 34 ठेकों को नोटिस दिए गए हैं, जिनसे दस्तावेज मांगे गए हैं. इन दस्तावेजों में भवन का नक्शा, कन्वर्जन चार्ज आदि शामिल है. इन्हें एक सप्ताह का समय दिया गया है.
महापौर ने बताया कि उन ठेकों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं जो स्कूल से 100 मीटर या धार्मिक स्थल से 50 मीटर के दायरे में है. ऐसे ठेकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. जिन्होंने अपना संपत्ति कर जमा नहीं किया है. महापौर ने कहा कि ऐसे शराब ठेकों के खिलाफ भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है, जो भवन विभाग के नियमों का पालन न कर रहे हैं.
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इस बात की भी जांच कराई जाएगी कि जिस बिल्डिंग में शराब का ठेका खुल रहा है, वह बिल्डिंग कमर्शियल रोड पर है तो उसे कन्वर्जन चार्ज पार्किंग शुल्क जमा किया है, या नहीं यदि वह बिल्डिंग किराए पर दी गई है तो उसका संपत्ति कर नियम अनुसार जमा हुआ है या नहीं. इन सब बातों का ध्यान रखा जा रहा है.
मेयर ने बताया कि ठेकों की जांच के लिए चार टीमें बनाई गई है एक टीम में स्थाई समिति के अध्यक्ष बीर सिंह पवार , उपाध्यक्ष दीपक मल्होत्रा दूसरी टीम में नेता सदन सतपाल सिंह और प्रमोद गुप्ता. तीसरी टीम में नॉर्थ जोन के चेयरमैन प्रवेश शर्मा, डिप्टी चेयरमैन दुर्गेश तिवारी, चौथी टीम में शाहदरा साउथ जोन की चेयरपर्सन हिमांशी पांडे, पूर्व स्थाई समिति अध्यक्ष संदीप कपूर शामिल है. इन टीमों में निगम के भवन संपत्ति कर, निर्माण, विज्ञापन और अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी भी शामिल है. यह टीम मंगलवार से निरीक्षण के लिए उतरेगी.