नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रशासनिक पद को लेकर चल रहे घमासान के बीच कुलपति को निलंबित किए जाने के फैसले का दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने स्वागत किया है. इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर राजीव रे कहा कि विश्वविद्यालय में जो भी कुछ घटित हो रहा था वह विश्वविद्यालय के इतिहास में एक काला अध्याय था. साथ ही कहा कि इस घमासान में अगर इस चिट्ठी के बाद विराम लगता है तो वह एक स्वागत योग्य कदम होगा.
'प्रशासनिक पद पर घमासान डीयू के लिए काला दिन'
वहीं डीयू में पिछले कुछ दिनों से चल रहे घमासान पर डूटा अध्यक्ष प्रोफेसर राजीव रे ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि बीते 10 दिनों में डीयू में जो भी घटित हुआ है, वह डीयू के 100 साल के सुनहरे इतिहास में काला दिन रहा. उन्होंने कहा कि करीब एक साल पहले डूटा शिक्षा मंत्रालय से प्रोफेसर योगेश त्यागी को कुलपति पद से हटाए जाने की मांग कर चुका है, लेकिन उस समय इस पर सुनवाई नहीं हुई.
नतीजतन डीयू में इतना बड़ा घमासान मच गया, जिससे विश्वविद्यालय की गरिमा को लगातार ठेस पहुंच रही थी. प्रोफेसर राजीव रे ने कहा कि अब वह यही चाहते हैं कि जल्द से जल्द यह मसला खत्म हो और अगर शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए पत्र से यह समस्या खत्म होती है तो डूटा इसका स्वागत करता है.