नई दिल्ली: राजधानी में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सरकार द्वारा लॉकडाउन लगाया गया है. आम लोगों के मन में यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या लॉकडाउन कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में कारगर है या नहीं. इसे लेकर ईटीवी भारत में दिल्ली के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल लोकनायक जयप्रकाश के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार से बातचीत की. डॉ. सुरेश कुमार का कहना है कि लॉकडाउन कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में मददगार है और इसका नतीजा 1 से 2 हफ्ते में दिखता है.
दिखेगा असर
लॉकडाउन से जुड़े सवाल के जवाब में लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि लॉकडाउन कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में मददगार है. इसका नतीजा 1 से 2 हफ्ते में दिखने लगता है. अगर लॉकडाउन लगाने के बाद पॉजिटिविटी रेट कम होने लगती है या फिर एक पॉइंट पर स्थिर हो जाती है, तो इसका साफ मतलब है कि लॉकडाउन असर कर रहा है. दिल्ली में कुछ दिन पहले तक पॉजिटिविटी रेट लगातार बढ़ रही थी, यानी संक्रमण लगातार बढ़ रहा था. ऐसे में लॉकडाउन लगाना ही एकमात्र अंतिम विकल्प बचा था, क्योंकि लॉकडाउन के जरिए ही संक्रमण दर को कम किया जा सकता है.
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संक्रमण दर में दिख रही कमी
दिल्ली सरकार द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन की मानें, तो पिछले कुछ दिनों से संक्रमण दर में थोड़ी कमी देखने को मिल रही है. 26 अप्रैल को राजधानी दिल्ली में कोरोना का संक्रमण दर 35.02 था. 26 अप्रैल के बाद से ही संक्रमण दर में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. 27 अप्रैल को दिल्ली में संक्रमण दर 32.72 फ़ीसदी था, तो वहीं 28 अप्रैल को 31.76 फ़ीसदी.
24 से 48 घंटे में मिल रही रिपोर्ट
अभी के समय दिल्ली में कोरोना के टेस्टिंग की रफ्तार थोड़ी कम हुई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि पहले निजी लैब क्षमता से ज्यादा सैंपल जमा कर लेते थे, जिससे लोगों को रिजल्ट मिलने में काफी समय लग रहा था. कुछ दिनों पहले सरकार ने यह आदेश जारी किया था कि सभी निजी लैब क्षमता के मुताबिक ही कोरोना का सैंपल जमा करेंगे, जिससे कोरोना की टेस्टिंग के आंकड़ों में थोड़ी कमी आई है. राहत की बात यह है कि लोगों को अब रिपोर्ट के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ रहा. अभी के समय 24 से 48 घंटे के अंदर लोगों को उनकी रिपोर्ट मिल रही है, जबकि कुछ दिनों पहले तक 48 से 96 घंटे तक का समय लोगों को रिपोर्ट प्राप्त करने में लग रहा था.
तिथि संक्रमण दरः-
28 अप्रैल | 31.76 |
27 अप्रैल | 32.72 |
26 अप्रैल | 35.02 |
25 अप्रैल | 30.21 |
24 अप्रैल | 32.27 |