नई दिल्ली: देशभर में महिलाओं और दलितों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से गुरुवार को देश भर में दलित महिला उत्पीड़न विरोध दिवस मनाया जा रहा है. इसी सिलसिले में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा भी जंतर-मंतर पर एक दिवसीय दलित महिला उत्पीड़न विरोध दिवस का आयोजन किया गया. इस प्रदर्शन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार, उपाध्यक्ष अली मेहंदी, अभिषेक दत्त, दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अमिता धवन सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे.
जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि आज देशभर में महिलाओं के विरुद्ध हो रहे अपराध के मामलों में वृद्धि हुई है. साथ ही दलितों पर अत्याचार के मामले भी बढ़े हैं, लेकिन केंद्र में बैठी नरेंद्र मोदी सरकार और अन्य राज्य सरकार पूरी तरह से मौन साधे बैठी हैं. हर दिन यह खबर आती है कि देश में महिलाओं-बेटियों के साथ अत्याचार हो रहे हैं, लेकिन सरकारों के कान पर जूं नहीं रेंगती. इसी के विरोध में आज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है और इसी सिलसिले में हम जंतर-मंतर पर बैठ कर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं.
'जुमले साबित हो रहे मोदी सरकार के वादे'
चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि चुनाव के समय केंद्र में बैठी नरेंद्र मोदी सरकार बड़े-बड़े वादे करती है, लेकिन चुनाव बीतते ही उनके वादे जुमले साबित होते हैं. उन्होंने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था, लेकिन अभी के समय हकीकत यह है कि उत्तर प्रदेश में लगातार महिलाओं और दलितों के विरुद्ध अपराध के मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन योगी सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठा रही.
महिलाओं और दलितों की आवाज उठाती रही है कांग्रेस
चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से महिलाओं और दलितों की आवाज उठाती रही है और आगे भी उठाती रहेगी. आज हमारा एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन है. अगर महिलाओं और दलितों को इंसाफ नहीं मिला तो आने वाले दिनों में भी हम विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे, क्योंकि इस देश में सब को सम्मान से जीने का हक है.