नई दिल्ली : दिल्ली कांग्रेस भी कई खेमों में बंटता जा रहा है. यहां हर रोज असंतुष्टों का खेमा और बड़ा होता जा रहा है. बुधवार को दिल्ली के असंतुष्ट नेताओं का एक बड़ा गुट, जिसमें पूर्व विधायक, पूर्व महापौर, पूर्व जिलाध्यक्ष शामिल हैं. दिल्ली के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल से कांग्रेस मुख्यालय में मुलाकात करने पहुंचे. दो दिन पहले सोमवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआइसीसी) की केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली से मिले थे.
शक्ति सिंह के सामने असन्तुष्ट नेताओं ने अपनी कई परेशानी साझा की. इस दौरान दिल्ली कांग्रेस की मौजूदा स्थिति पर भी चर्चा की गई. सभी असंतुष्टों का कहना था कि पार्टी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. कार्यकर्ता पूरी मेहनत से संगठन को मजबूत करने के लिए संघर्ष कर रहा है, लेकिन उसी की अनदेखी की जा रही है. उपेक्षा के कारण ही पुराने नेता पार्टी छोड़कर दूसरे दलों में जा रहे हैं. इन सारी स्थितियों के मद्देनजर असंतुष्टों ने नेतृत्व परिर्तन की मांग भी पुरजोर तरीके से उठानी शुरू कर दी है.
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सोमवार को नेताओं ने अरविंदर सिंह लवली को बताया कि इस समय सदस्यता अभियान चल रहा है, जो संगठन चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा है. ऐसे में अभी कोई नियुक्ति नहीं की जा सकती. बावजूद इसके ब्लाक अघ्यक्ष नियुक्त कर दिए गए. बिना सलाह मशविरा के बनाई गई ब्लॉक अध्यक्षों की इस सूची में काफी नाम उन लोगों के हैं जिन्होंने न तो सदस्य बनाए हैं और जो न ही एनरोलर हैं. ऐसे लोगों को ब्लॉक अध्यक्ष बना दिया गया है जो पार्टी ही छोड़कर जा चुके हैं.